दिवाली का त्योहार सिर्फ रोशनी और उल्लास का प्रतीक नहीं है, बल्कि ये घर की सफाई और रौनक का भी महत्वपूर्ण अवसर है। इस समय घर के हर कोने की सफाई की जाती है, लेकिन सबसे चुनौतीपूर्ण काम होता है बर्तनों की सफाई। जिद्दी तेल, चाय या मसाले के दाग अक्सर घंटों मेहनत के बाद भी बर्तनों से पूरी तरह नहीं हटते, जिससे बर्तन बेजान और मुरझाए हुए नजर आते हैं। कई लोग इस समस्या के समाधान के लिए महंगे केमिकल का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ये न सिर्फ खर्चीला होता है बल्कि स्वास्थ्य और धातु के लिए भी हानिकारक हो सकता है।
ऐसे में घरेलू और प्राकृतिक नुस्खे जैसे बेकिंग सोडा, नींबू और सिरका बेहद असरदार साबित होते हैं। ये सस्ते, सुरक्षित और प्रभावी तरीके हैं, जो बर्तनों को प्राकृतिक चमक और नमी लौटाते हैं। इन उपायों से दिवाली की सफाई आसान और मजेदार बन जाती है।
जिद्दी तेल और चाय के दाग के लिए बेकिंग सोडा बेहद असरदार है। एक कटोरी में 2–3 चम्मच बेकिंग सोडा लें और उसमें थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं। मुलायम स्पंज से दाग पर लगाएं और 10–15 मिनट छोड़ दें। उसके बाद गर्म पानी से धोने पर दाग हल्के हो जाएंगे और बर्तन में नई चमक लौट आएगी।
सिरका (विनेगर) पत्तल और स्टेनलेस स्टील के बर्तनों के लिए कमाल का नुस्खा है। एक बाल्टी गर्म पानी में आधा कप सिरका मिलाकर बर्तनों को 15–20 मिनट भिगो दें। इससे दाग और पानी की जमावट नरम हो जाती है। भिगोने के बाद नरम ब्रश या स्पंज से हल्के हाथ से रगड़कर सामान्य डिश वॉश से धोएं।
नींबू का रस तांबे और पीतल के बर्तनों पर असर करता है। आधा नींबू काटकर उस पर थोड़ा नमक छिड़कें और दागी हिस्सों पर रगड़ें। जिद्दी दागों के लिए नींबू का रस और बेकिंग सोडा मिलाकर पेस्ट बनाकर 10 मिनट बर्तन पर रखें, फिर साफ करें। यह तरीका धातु पर प्राकृतिक चमक लौटाने में मदद करता है।
सिरका (एसिड) और ब्लीच (सोडियम हाइपो क्लोराइट) को कभी भी एक साथ न मिलाएं, क्योंकि इससे हानिकारक गैसें बन सकती हैं। नींबू, सिरका और बेकिंग सोडा को अलग-अलग और क्रमवार प्रयोग करें। पहले भिगोएं, फिर पेस्ट लगाएं और अंत में अच्छे से कुल्ला करें। बच्चों और पालतू जानवरों से दूर रखें और आंख या त्वचा पर लगने पर तुरंत धो लें।
सिरका, नींबू और बेकिंग सोडा से सफाई करने से पैसे की बचत होती है और रसायनों का उपयोग कम होता है। बार-बार प्रयोग करने पर बर्तन लंबे समय तक टिकते हैं क्योंकि ये कोमल और सुरक्षित होते हैं और धातु को नुकसान नहीं पहुंचाते। ऐसे में दिवाली पर बर्तन चमकाने का यह तरीका सस्ता, सुरक्षित और असरदार साबित होता है।