प्रेग्नेंसी यानी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई तरह की शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हार्मोनल बदलाव से लेकर अचानक बढ़ती शुगर जैसी समस्याएं उन्हें परेशान कर सकती हैं। हाल ही में मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह ने अपने व्लॉग में खुलासा किया कि उनकी प्रेग्नेंसी के दौरान शुगर लेवल बढ़ने लगा है, जिससे उन्हें अपने बच्चे की सेहत को लेकर डर सताने लगा है। उन्होंने कहा, “मैं कुछ मीठा नहीं खा रही, सिर्फ सुबह एक कप चाय पीती हूं, फिर भी फास्टिंग शुगर बढ़ा हुआ है”। आखिर प्रेग्नेंसी में क्यों बढ़ता है शुगर आइए जानते हैं इसका कारण।
प्रेग्नेंसी में क्यों बढ़ता है शुगर लेवल?
गर्भावस्था के दौरान कुछ महिलाओं को गेस्टेशनल डायबिटीज हो जाती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- परिवार में डायबिटीज का इतिहास: जेनेटिक फैक्टर अहम भूमिका निभाते हैं।
- ओवरवेट या मोटापा: प्रेग्नेंसी से पहले या दौरान वजन अधिक होना रिस्क बढ़ाता है।
- उम्र का असर: 30 वर्ष से अधिक उम्र में गर्भधारण करने पर जोखिम बढ़ता है।
गर्भावस्था में शुगर को नियंत्रित रखना बेहद जरूरी है ताकि मां और बच्चे दोनों सुरक्षित रहें। इसके लिए अपनाएं ये उपाय:
- संतुलित डाइट: कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स लें जैसे ओट्स, साबुत अनाज, दालें। मीठे और प्रोसेस्ड फूड्स से परहेज करें।
- नियमित व्यायाम: डॉक्टर की सलाह से हल्की वॉक या योग करें।
- शुगर मॉनिटरिंग: फास्टिंग और पोस्ट मील शुगर नियमित जांचें।
- डॉक्टर की सलाह: समय-समय पर चेकअप कराएं और जरूरत पड़ने पर इंसुलिन या दवाएं लें।
बच्चे पर क्या असर पड़ सकता है?
अगर शुगर लेवल कंट्रोल न हो तो बच्चे को ये समस्याएं हो सकती हैं:
- जन्म के समय वजन अधिक होना
- प्रीमैच्योर डिलीवरी का खतरा
- जन्म के बाद शुगर ड्रॉप होना
- भविष्य में डायबिटीज का रिस्क
भारती सिंह की हिम्मत और जागरूकता
भारती सिंह ने अपने अनुभव को साझा कर कई महिलाओं को जागरूक किया है। उनका यह कदम सराहनीय है क्योंकि इससे प्रेग्नेंसी में हेल्थ को लेकर खुलकर बात करने का माहौल बनता है। प्रेग्नेंसी के वक्त महिलाओं को सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है जिससे उन्हें और होने वाले बच्चे को कोई नुकसान ना पहुंचे।
Disclaimer: यह खबर आपको सामान्य जानकारी देने के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।