हम रोज अपने कपड़े बदलते हैं, नहाते हैं और घर की सफाई भी करते हैं, लेकिन एक चीज जिसे हम अक्सर भूल जाते हैं वो है बेडशीट को समय-समय पर चेंज करना। बहुत से लोग तब तक चादर नहीं बदलते जब तक उस पर दाग न दिखे। हम रोज बिस्तर पर सोते हैं तो हमारी त्वचा से निकलने वाला पसीना, बाल, डेड स्किन और धूल चादर में जमा हो जाती है। अगर इसे समय पर साफ न किया जाए तो यह कई तरह की स्किन प्रॉब्लम्स, एलर्जी और इंफेक्शन का कारण बन सकती है।
इसलिए जरूरी है कि हम बेडशीट की सफाई को भी अपनी रोजमर्रा की सफाई का हिस्सा बनाएं। साफ चादर सिर्फ सेहत के लिए ही नहीं, बल्कि अच्छी नींद और सुकून भरे माहौल के लिए भी जरूरी है।
कितने दिनों में बदलनी चाहिए बेडशीट
हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह है कि सामान्य हालात में बेडशीट हर 7 से 10 दिन में एक बार जरूर बदलनी चाहिए। अगर आपको ज्यादा पसीना आता है या घर में धूल-मिट्टी ज्यादा होती है, तो हर 5 दिन में चादर बदल देना बेहतर होता है। अगर कोई व्यक्ति वायरल फीवर या स्किन इंफेक्शन से जूझ रहा हो तो बेडशीट हर 2 दिन में बदलना जरूरी हो जाता है। जिन लोगों के घर में पालतू जानवर बिस्तर पर आते हैं, उन्हें 3-5 दिन के भीतर बेडशीट जरूर बदलनी चाहिए।
अगर आप लंबे समय तक गंदी चादर पर सोते हैं तो इससे आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। गंदी बेडशीट पर सोने से एक्ने, खुजली, रैशेज और स्किन इंफेक्शन हो सकते हैं। इसके अलावा धूल और गंदगी के कारण साइनस, एलर्जी और अस्थमा जैसी सांस से जुड़ी दिक्कतें भी हो सकती हैं। इसलिए चादर को साफ और समय पर बदलना बेहद जरूरी है।
चादर को धूप में अच्छे से सुखाएं
साफ चादर पर सोने से सिर्फ शरीर को ही नहीं, बल्कि मन को भी राहत मिलती है। इससे नींद अच्छी आती है, तनाव कम होता है और दिन की थकान भी उतर जाती है। चादर धोते समय गर्म पानी का इस्तेमाल करें और उसे धूप में अच्छे से सुखाएं ताकि बैक्टीरिया खत्म हो जाएं। तकिए के कवर और कंबल भी साथ में साफ करना जरूरी है क्योंकि इनमें भी गंदगी जमा हो सकती है। साफ बिस्तर न सिर्फ आरामदायक होता है, बल्कि पूरे परिवार की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है।