भारत में सुबह की ताजगी का सबसे बड़ा राज़ है एक प्याली चाय। इसकी खुशबू जैसे ही रसोई से उठती है, पूरा घर जाग उठता है। चाय सिर्फ एक ड्रिंक नहीं, बल्कि सुबह का मूड सेट करने वाला एहसास है। यह थकान मिटाती है, नींद भगाती है और दिमाग को दिनभर के कामों के लिए तैयार कर देती है। ऑफिस जाने से पहले की जल्दी में हो या वीकेंड पर आराम से बैठकर अखबार पढ़ना हो, हर सिचुएशन में चाय का स्वाद ही सुबह को खास बना देता है। दोस्तों की महफिल हो या पड़ोसन के साथ गपशप का वक्त, चाय हर बातचीत की जान बन जाती है। लेकिन मजेदार बात यह है कि परफेक्ट चाय बनाने का अपना एक सीक्रेट है। सही चायपत्ती, पानी और दूध का बैलेंस ही इसकी असली जान है। वरना यही चाय कड़वी या फीकी लग सकती है और मूड बिगाड़ सकती है।
परफेक्ट चाय के लिए पानी का चुनाव
चाय बनाने की शुरुआत हमेशा सही पानी से होनी चाहिए। सबसे पहले एक पैन में 2 कप पानी डालें और अच्छी तरह उबालें। पानी को पहले उबालने से दूध डालने पर उसमें कच्चापन नहीं आता और चाय का स्वाद बेहतर बनता है।
चाय का स्वाद उसकी पत्ती के सही अनुपात पर निर्भर करता है। आमतौर पर एक कप चाय के लिए आधा चम्मच चाय पत्ती पर्याप्त होती है। पानी उबालने के बाद उसमें चाय पत्ती डालें और फिर दूध मिलाएं। इस क्रम को फॉलो करने से दूध के फटने की संभावना भी कम हो जाती है।
अगर दूध पहले से पका हुआ है तो पानी उबालने के बाद चाय पत्ती डालें और फिर दूध डालें। इससे चाय का स्वाद बैलेंस्ड रहेगा। चीनी को किसी भी समय डाला जा सकता है क्योंकि यह जल्दी घुल जाती है, लेकिन कोशिश करें इसे पानी उबलने के बाद ही डालें ताकि स्वाद सही बने।
चाय पकाने का परफेक्ट टाइम
स्वादिष्ट और सुगंधित चाय के लिए इसे कम से कम 5-6 मिनट तक पकाएं। यह समय चाय को गाढ़ापन और फ्लेवर देता है। जल्दी गैस बंद करने पर चाय में कच्चापन रह सकता है और स्वाद बिगड़ सकता है।