इस समय मार्केट में ज्यादातर लीची मिलावटी आ रही है। आप घर पर ही आसानी से असली और नकली लीची की पहचान कर सकते हैं।
जब भी आप लीची खरीदें तो उसके छिलके को ध्यान से देखें। असली लीची के छिलके का कलर हल्का गुलाबी, लाल, हरा और भूरा हो सकता है। वहीं, नकली लीची का छिलका बहुत ज्यादा चमकदार, सफेद या एक जैसे लाल रंग का दिख सकता है। (Image Credit: Canva)
असली लीची का छिलका थोड़ा खुरदुरा और उभरी हुई बनावट वाला होता है, जो छूने में हल्का चमड़े जैसा लगता है। अगर लीची का छिलका छूने पर बहुत ज्यादा चिकना, मोम जैसा या फिसलन भरा लगे, तो समझ लें कि ये लीची नकली है। (Image Credit: Canva)
फ्रेश लीची से हल्की, मीठी और फल जैसी खुशबू आती है। लेकिन अगर लीची से तेज, कैमिकल जैसी या अजीब गंध आए तो वह लीची नकली है। नकली या केमिकल से प्रोसेस की गई लीची से पेंट, केरोसिन या किसी केमिकल जैसी गंध आ सकती है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है।(Image Credit: Canva)
लीची को काटकर उसका अंदर का गूदा जरूर देखें। असली लीची का गूदा सफेद, थोड़ा पारदर्शी, रस से भरा और खुशबूदार होता है। अगर गूदा लाल, सूखा, या फीका दिखे तो संभव है कि फल पर केमिकल या रंग चढ़ाया गया हो। (Image Credit: Canva)
लीची असली है या नकली यह पता लगाने के लिए एक गीला टिशू या रुई लें और लीची के छिलके को धीरे-धीरे रगड़ें। अगर टिशू पर रंग आ जाए तो समझ लें कि लीची पर नकली रंग चढ़ाया गया है। यह आसान तरीका खासतौर पर तब काम आता है जब आपने लीची ज्यादा मात्रा में खरीदी हो।(Image Credit: Canva)
नकली लीची से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप लीची हमेशा भरोसेमंद दुकानदार, लोकल किसान बाजार या ऑर्गेनिक स्टोर से ही खरीदें। वहां से लीची लेने पर उसमें मिलावट की संभावना कम रहती है। (Image Credit: Canva)
लीची असली या नकली इसकी पहचान उसे पानी में डालकर भी की जा सकती है। अगर लीची असली और नेचुरल रूप से पकी है, तो वह पानी का रंग नहीं बदलेगी और या तो तैरेगी या डूब जाएगी। लेकिन अगर पानी में गुलाबी या लाल रंग घुलने लगे या लीची अजीब तरह से तैरने लगे तो समझ लें कि उसमें कलर या कैमिकल मिलाए गए हैं। (Image Credit: Canva)