Omar Abdullah Oath Taking Ceremony: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उमर अब्दुल्ला और पांच मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के आर्टिकल 370 के 2019 में निरस्त होने के बाद पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में NC की जीत के बाद उमर अब्दुल्ला ने बुधवार (16 अक्टूबर) को केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
श्रीनगर स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने पद की शपथ ली। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनके मंत्रियों को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा दोपहर 11:30 बजे पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। अधिकारियों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह स्थल के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
सिन्हा ने पिछले सप्ताह सोमवार को एनसी के उपाध्यक्ष उमर को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद पर शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया था। उप राज्यपाल ने यह न्योता केंद्र शासित प्रदेश से केंद्र द्वारा राष्ट्रपति शासन हटाए जाने के एक दिन बाद दिया गया।
उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को अपने शपथ ग्रहण समारोह से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पठानी सूट और कोट पहने 54 वर्षीय अब्दुल्ला ने पार्टी संस्थापक के स्मारक पर फूल चढ़ाए। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे।
इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत कई अन्य नेता मौजूद थे। कांग्रेस पार्टी के जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली कैबिनेट में शामिल नहीं है। लेकिन वह सरकार का समर्थन करेगी। मुख्यमंत्री के रूप में उमर अब्दुल्ला का पहला कार्यकाल 2009 से 2014 तक रहा था। उस दौरान भी एनसी-कांग्रेस गठबंधन सरकार ही राज्य की सत्ता में थी।
जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीट के लिए तीन चरणों में हुए चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीट पर जीत हासिल की। जबकि गठबंधन सहयोगी कांग्रेस को छह सीट मिलीं। हालांकि 95 सदस्यीय सदन में दोनों पार्टियों के पास बहुमत है। लेकिन चार निर्दलीय और आम आदमी पार्टी (AAP) के एकमात्र विधायक ने भी नेशनल कॉन्फ्रेंस को अपना समर्थन दिया।
सुरिंदर चौधरी होंगे डिप्टी सीएम
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को पार्टी नेता सुरिंदर चौधरी को उपमुख्यमंत्री चुना। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने नौशेरा से चौधरी को इस पद के लिए इसलिए चुना क्योंकि वह क्षेत्र को लोगों को प्रतिनिधित्व देने के साथ ही अपनी सरकार को समावेशी बनाना चाहते हैं।
नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद पत्रकारों से कहा, "हमारा प्रयास सभी को साथ लेकर चलना होगा।’" अब्दुल्ला के साथ पांच मंत्रियों सकीना मसूद (इटू), जावेद डार, जावेद राणा, सुरिंदर चौधरी और सतीश शर्मा ने भी पद की शपथ ली। अब्दुल्ला ने कहा कि तीन पद खाली हैं और उन्हें भी धीरे धीरे भर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चौधरी को उपमुख्यमंत्री के रूप में इसलिए चुना गया ताकि जम्मू के लोग खुद को सरकार से अलग थलग महसूस न करें। जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में कड़ी टक्कर देते हुए बड़ी प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरी भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना को नौशेरा में चौधरी ने 7,819 मतों से हराया था। चौधरी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के पूर्व नेता हैं।
कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (JKPCC) के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी फिलहाल जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्रालय में शामिल नहीं हो रही है। कांग्रेस ने केंद्र से जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की जोरदार मांग की है, इसके अलावा प्रधानमंत्री ने भी कई बार सार्वजनिक बैठकों में इसका वादा किया है।
उन्होंने कहा कि लेकिन जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल नहीं किया गया है। हम नाखुश हैं इसलिए फिलहाल हम मंत्रालय में शामिल नहीं हो रहे हैं, JKPCC प्रमुख ने कहा और कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ाई जारी रखेगी।