Rajasthan Election 2023: 'राज्य में कांग्रेस की लहर' अखबारों में विज्ञापन पर BJP ने चुनाव आयोग में दर्ज कराई शिकायत
Rajasthan Election 2023: अपनी शिकायत में बीजेपी ने कांग्रेस पर यह आरोप भी लगाया कि वह लोगों को राज्य में सत्ता में आने पर उसकी गारंटी का लाभ पाने के लिए मोबाइल नंबर पर मिस्ड कॉल देने के लिए कह रही है, जो कि ‘भ्रष्ट’ तरीकों का सहारा लेना है। प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी नेता अमित मालवीय और ओम पाठक भी शामिल थे
Rajasthan Election 2023: अखबारों में विज्ञापन पर BJP ने चुनाव आयोग में दर्ज कराई शिकायत
Rajasthan Election 2023: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को कांग्रेस (Congress) पर आरोप लगाया कि वह राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election) में उसके पक्ष में लहर होने के बारे में समाचार या राय के रूप में विज्ञापन दे रही है। BJP ने चुनाव आयोग से राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया और पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित बीजेपी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले को लेकर निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया और शिकायत दर्ज कराई।
अपनी शिकायत में बीजेपी ने कांग्रेस पर यह आरोप भी लगाया कि वह लोगों को राज्य में सत्ता में आने पर उसकी गारंटी का लाभ पाने के लिए मोबाइल नंबर पर मिस्ड कॉल देने के लिए कह रही है, जो कि ‘भ्रष्ट’ तरीकों का सहारा लेना है। प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी नेता अमित मालवीय और ओम पाठक भी शामिल थे।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा, "फोन करने वाले के लिए एक पंजीकृत नंबर तैयार किया गया था, जिससे यह धारणा बनी कि किसी खास उम्मीदवार या पार्टी, खासकर कांग्रेस पार्टी को वोट देने से केवल फोन करने वाले को ही फायदा होगा।"
शिकायत में कहा गया है कि कांग्रेस ने ये विज्ञापन दिया है, जिसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किया है।
मांडविया ने संवाददाताओं से कहा कि इससे यह धारणा बनती है कि केवल उन्हीं लोगों को लाभ मिलेगा, जो खुद को पंजीकृत करेंगे और अन्य को नहीं। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य मतदाताओं को गुमराह करना है।
बीजेपी ने एक और शिकायत दर्ज कराई
प्रसाद ने बीजेपी की एक दूसरी शिकायत को रेखांकित किया, जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस ने राज्य में अपने पक्ष में ‘लहर’ होने को लेकर कुछ प्रमुख अखबारों में हिंदी में विज्ञापन जारी किए।
उन्होंने कहा कि इसे इस तरह से पेश किया गया है, जिससे मतदाताओं के दिमाग में ये धारणा बने कि ये एक सर्वे के बाद प्रकाशित एक समाचार या राय है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "यह आदर्श आचार संहिता और विज्ञापन पर भारतीय प्रेस परिषद के दिशानिर्देशों का भी उल्लंघन है।"
आयोग को सौंपे गए BJP के ज्ञापन में कहा गया है, "उक्त विज्ञापन झूठा, तुच्छ और पूरी तरह से असत्यापित है, जो वास्तविक तथ्यों और रिकॉर्ड पर उपलब्ध आंकड़ों के विपरीत है।"
पार्टी ने इस मामले में संबंधित अखबारों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की।
इसमें कहा गया है कि निर्वाचन आयोग को कांग्रेस को निर्देश देना चाहिए कि वह सार्वजनिक रूप से माफी मांगे और इस आशय का स्पष्टीकरण दे कि पार्टी के पक्ष में कोई लहर नहीं है।
प्रसाद ने कहा, "हमने निर्वाचन आयोग से यह सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश जारी करने का भी अनुरोध किया कि भविष्य के चुनावों में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो।"
मिस्ड कॉल विज्ञापन के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए BJP के ज्ञापन में कहा गया है, "मिस्ड कॉल देना और बदले में कॉल करने वाले को एक रजिस्टर्ड नंबर मिलना...यह मतदाताओं को कूपन वितरित करने जैसा है। यह एक अत्यधिक भ्रष्ट प्रथा है।"
बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस ने आदर्श आचार संहिता के अलावा भारतीय दंड संहिता और चुनाव कानूनों के प्रावधानों का उल्लंघन किया है।
इस मामले में प्राथमिकी की मांग करते हुए बीजेपी ने चुनाव आयोग से अशोक गहलोत और उनकी पार्टी को ‘भ्रामक’ विज्ञापन प्रकाशित या प्रसारित करने से तत्काल रोकने का आग्रह किया।
पार्टी ने कहा कि आयोग को मतदाताओं को इस तरह के कदाचार के बारे में परामर्श जारी करना चाहिए, ताकि वे इससे गुमराह ना हों।