दिवाली यानी दीपावली को हिंदुओं के बड़े त्योहारों में से एक माना जाता है। जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है। सबसे पहले धनतेरस फिर नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और आखिरी में भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। दिवाली से कुछ दिन पहले ही लोग अपने घरों और दुकानों को लाइटों और फूलों से सजाते हैं। जबकि इन पांच दिनों के दौरान घर और दुकानों में दिये जलाए जाते हैं। जिसे अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक माना जाता है। इस दिन 13 दीये जलाना भी शुभ माना जाता है। इससे अकाल मौत तक भय भी खत्म हो जाता है। हर एक दीये का अपना एक अलग महत्व होता है।