देश भर में दिवाली के उत्सव की तैयारी शुरू हो गई है। पांच दिन तक यह उत्सव मनाया जाता है। धनतेरस से इसकी शुरुआत हो जाती है। यह भाई दूज दिवाली का उत्सव बना रहता है। कार्तिक अमावस्या की आधी रात में लक्ष्मी जी लोगों के घर आती हैं। कहा जाता है कि कार्तिक महीने की अमावस्या को समुद्र मंथन से लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं। इसलिए इस दिन लक्ष्मी पूजा की जाती है। दिवाली पर देवी लक्ष्मी के साथ-साथ गणेश, कुबेर, धन्वंतरी की भी पूजा की जाती है। देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए लोग घरों, ऑफिस, फैक्ट्री वाहनों की भी पूजा करते हैं।
माना जाता है कि इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है। कारोबार करने वाले लोग भी दिवाली के दिन ही मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। अगर आपका कारोबार सही नहीं चल रहा है तो कुछ उपाय करने से कारोबार में आर्थिक उन्नति होने लगती है।
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त
इस बार दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा। 31 अक्टूबर को पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजे से लेकर रात के 10.30 तक है। दीवाली हमेशा अमावस्या वाले दिन मनाई जाती है। शास्त्रों के मुताबिक, 31 अक्टूबर यानी गुरूवार को अमावस्था तिथि दिन में 2.40 बजे से लग रही है। लिहाजा दिवाली भी 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी। दिवाली के त्योहार पर रात्रि में अमावस्या तिथि होना जरूरी है। वहीं 1 नवंबर 2024 को शाम के अमावस्या नहीं है। ऐसे में दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
दिवाली पूजा के लिए जरूरी सामग्री
कुमकुम, अष्टगंध, अक्षत, मौली, पूजा चौकी, लाल कपड़ा, चंदन, देवी लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियां या चित्र, पान के पत्ते, जनेऊ, दूर्वा, कपूर, सुपारी, पंचामृत, हल्दी, नारियल, गंगाजल, कमल के बीज, कपास के बातियां, लाल धागा, खिल, बताशे, स्याही, स्याही का बर्तन, फल, फूल, कलश, आम के पत्ते, दान सामग्री, अगरबत्ती, दो बड़े दीपक, गेहूं प्रसाद के लिए लड्डू होना चाहिए।
दिवाली पर दुकान में कैसे करें लक्ष्मी पूजा
दिवाली के दिन ऑफिस और दुकान में अच्छी तरह सफाई करें। उसको फूलों से लाइट से सजाएं। फिर पूजा स्थल पर देवी लक्ष्मी और गणपति जी की मूर्ति की पूजा करें। लक्ष्मी जी के सामने घी और तेल के दीपक जलाए जाते हैं। इसमें ध्यान रखना है कि घी दीपक अपने बाएं हाथ की ओर जलाना चाहिए। तेल का दीपक अपने दाएं हाथ की ओर रखना चाहिए। अष्टगंध, पुष्प, खील, बताशे, मिठाई, फल अर्पित करें। इसके बाद बहीखातों की पूजा की जाती है। नए बहीखातों में कुमकुम से स्वास्तिक और शुभ-लाभ बनाकर अक्षत और पुष्प अर्पित करें। धन की देवी से कारोबार में तरक्की और समृद्धि की कामना करें। आरती कर सबको प्रसाद बांटें।
धन प्राप्ति के लिए करें ये उपाय
अगर आपका कारोबार बहुत कम चल रहा है तो दिवाली के दिन जहां लक्ष्मी पूजन होती है। वहां पर गोमती चक्र की पूजा करें। पूजा खत्म होने के बाद उसे लाल कपड़े में बांधकर दुकान के प्रवेश द्वार पर लटका दें। इससे कारोबार में उन्नति होना शुरू हो जाएगी। धन का योग बनेगा।
मां लक्ष्मी के दाईं ओर रखें झाड़ू
दिवाली के दिन दुकान में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करें। इस दौरान मां लक्ष्मी के ठीक दाईं और एक झाड़ू रख दें। उस झाडू की भी पूजा अराधना करें। इससे रुका हुआ कारोबार तेज गति से चलने लगेगा।