सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए समर्पित होता है। मान्यता है कि संध्याकाल में विधिपूर्वक पूजा और व्रत करने से व्यक्ति को इच्छित फल की प्राप्ति होती है। यह व्रत न केवल रुके हुए कार्यों को सिद्ध करता है, बल्कि जीवन की समस्याओं से भी छुटकारा दिलाने में सहायक होता है।प्रदोष व्रत के दौरान शिवलिंग पर जल, दूध और बेलपत्र अर्पित किए जाते हैं। पूजा के दौरान भगवान शिव और मां पार्वती की आराधना विशेष रूप से संध्याकाल में की जाती है। इस दिन दान का भी बहुत महत्व है। जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है।
आइए जानते हैं जनवरी 2025 में पड़ने वाले प्रदोष व्रत की तारीखें और शुभ मुहूर्त। ये व्रत श्रद्धा और नियमपूर्वक किया जाए, तो इससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। इस व्रत से भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर हर तरह के कष्टों का निवारण संभव है।
जनवरी 2025 का पहला शनि प्रदोष व्रत:
जनवरी में पहला प्रदोष व्रत 11 जनवरी 2025, शनिवार को शनि प्रदोष के रूप में मनाया जाएगा। जब प्रदोष का दिन शनिवार को पड़ता है, तो उसे शनि प्रदोष कहा जाता है। इस दिन पूजा का विशेष महत्व होता है।
जनवरी 2025 शनि प्रदोष व्रत पूजन मुहूर्त:
शनि प्रदोष व्रत के शुभ चौघड़िया मुहूर्त:
प्रदोष व्रत का पारण सूर्योदय के बाद करना शुभ माना जाता है। शनि प्रदोष व्रत का पारण 12 जनवरी 2025 को सूर्योदय के बाद किया जाएगा, जो सुबह 07:14 बजे होगा।
प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें। सूर्य देव को अर्घ्य दें और चौकी पर शिव परिवार की प्रतिमा स्थापित करें। शिवलिंग पर जल, दूध, और पंचामृत चढ़ाएं। फूल, बेलपत्र अर्पित करें, घी का दीप जलाकर शिव चालीसा का पाठ करें। सफेद मिठाई और पंचामृत का भोग लगाएं। संध्या में विशेष पूजा करें और अन्न-धन दान कर व्रत संपन्न करें।