महाकुंभ मेला हिंदूओं का सबसे बड़ा सांस्कृतिक और धार्मिक मेला है। इस बार साल 2025 में कुंभ मेला लगने वाला है। यह 13 जनवरी 2025 से शुरू होगा और 25 फरवरी 2025 तक चलेगा। महाकुंभ मेला 45 दिनों तक चलता है। इसके लिए उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने बड़े पैमाने पर तैयारी शुरू कर दी है। राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बॉलीवुड सितारों को भी न्योता भेजा है। प्रयागराज की धरती से निकलकर पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाले सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी संगम में डुबकी लगाएंगे। बता दें कि अमिताभ बच्चन प्रयागराज में कमला नेहरू मार्ग पर प्रस्तावित हरिवंश राय बच्चन विद्यालय के भूमि पूजन कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।
भव्य, दिव्य और अलौकिक महाकुंभ के आयोजन अब कुछ ही दिनों का वक्त रह गया है। इस दौरान कई सितारे भी अध्यात्म के रंग में रंगेंगे और महाकुंभ में सितारों से महफिल सजेगी। वहीं महाकुंभ मेले में प्रयागराज की शोभ बढाने के लिए योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। शहर की गली, चौराहों और नुक्कड़ों पर पौराणिक मूर्तियां लगाई जाएंगी। इनमें अर्जुन, गरुड़, नंदी, ऐरावत और मां गंगा के साथ ही श्रवण कुमार की मूर्ति लगाई गई हैं।
इन बॉलीवुड सितारों को मिला न्योता
महाकुंभ में सितारों की महफिल भी स्नान करेगी। इसमें अमिताभ बच्चन से लेकर रणबीर कपूर तक और साऊथ की बड़ी हस्तियां भी संगम में डुबकी लगाएंगी। अभिषेक बच्चन, श्वेता नंदा, ऐश्वर्या राय, आलिया भट्ट, रणबीर कपूर, राखी सावंत, विवेक ओबरॉय, राजपाल यादव, रवि किशन, आशुतोष राणा, रेणुका शहाणे, मनोज तिवारी, दिनेश लाल निरहुआ, अनूप जलोटा, शंकर महादेवन, मालिनी अवस्थी, कैलाश खेर, सोनू निगम, मैथिली ठाकुर, कविता पौडवाल, जुबिन नौटियाल, श्रेया घोषाल और Apple की उत्तराधिकारी लॉरेन पॉवेल जॉब्स संगम नगरी में आएंग। बता दें कि अभी इन सितारों के आने के दिन और तारीख का ऐलान नहीं किया गया है। सिक्योरिटी और व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है।
12 साल में लगता है महाकुंभ मेला
कहा जाता है कि है कि देवताओं और असुरों के बीच अमृत पाने को लेकर लगभग 12 दिनों तक लड़ाई चली थी। इसके साथ ही यह भी कहा जाता है कि देवताओं के 12 दिन मनुष्य के 12 सालों के बराबर होते हैं। यही वजह है कि 12 साल बाद महाकुंभ लगता है। इस लड़ाई के दौरान अमृत की कुछ बूंदें 12 स्थानों पर गिरी थीं। जिनमें से चार स्थान पृथ्वी पर स्थित हैं। इसमें प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक शामिल हैं। यही कारण है कि इन स्थानों पर कुंभ मेला आयोजित किया जाता है।
शास्त्रों में प्रयागराज को तीर्थ राज या 'तीर्थ स्थलों का राजा' भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि पहला यज्ञ ब्रह्मा जी ने यहीं पर किया था। महाभारत समेत कई पुराणों में इसे धार्मिक प्रथाओं के लिए जाना जाने वाला एक पवित्र स्थल माना गया है।