Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में 7 लेयर की रहेगी सिक्योरिटी, AI से होगी 'संगम' की सुरक्षा और 45 करोड़ श्रद्धालुओं की निगरानी
Maha Kumbh Mela 2025: दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक समारोहों में से एक महाकुंभ मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित किया जाएगा। इस शानदार आयोजन में भाग लेने वाले दुनिया भर के 45 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए योगी सरकार ने हाई प्रोफाइल व्यवस्था की है
Maha Kumbh Mela 2025: महाकुंभ में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए 7-स्तरीय सुरक्षा योजना लागू की जा रही है
Maha Kumbh Mela 2025: प्रयागराज में 13 जनवरी से लगने वाले महाकुंभ-2025 के भव्य-सुरक्षित और सफल आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने आ रहे करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा योगी सरकार की प्राथमिकता में है। इसी क्रम में गंगा और यमुना नदियों की सुरक्षा और निगरानी के लिए बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। इन जवानों को अत्याधुनिक उपकरणों से भी लैस किया गया है। अंडर वाटर ड्रोन और सोनार सिस्टम जैसे इक्विपमेंट्स के माध्यम से जल पुलिस संगम के चप्पे-चप्पे पर निगरानी कर रही है।
7 लेयर की रहेगी सुरक्षा-व्यवस्था
महाकुंभ उत्सव के शुरू होने से कुछ दिन पहले प्रयागराज के IG तरुण गाबा ने कहा कि सामूहिक धार्मिक समागम में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए 7-स्तरीय सुरक्षा योजना लागू की जा रही है। बुधवार को ANI से बात करते हुए तरुण गाबा ने कहा, "महाकुंभ 2025 मानवता का सबसे बड़ा समागम है... हम यहां अच्छी व्यवस्था प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। महाकुंभ उत्सव को बहुत ही सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से मनाया जाना चाहिए... हम यहां अभेद्य और फुलप्रूफ सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं। हमने 7-स्तरीय सुरक्षा योजना लागू की है, जिसमें लोगों की जांच की जाएगी और विभिन्न स्तरों पर संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की जाएगी। हम राज्य और केंद्र एजेंसियों सहित विभिन्न एजेंसियों के साथ भी समन्वय कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "हम AI-सक्षम कैमरों का उपयोग करने की भी कोशिश कर रहे हैं। कुल 2,700 कैमरों का उपयोग कर रहे हैं। हम महाकुंभ को सुरक्षित और सुरक्षित तरीके से पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई कर रहे हैं।" महाकुंभ 2025 के सुचारू एवं सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने पुलिस उप महानिरीक्षक वैभव कृष्ण (आईपीएस) के नेतृत्व में चेकिंग अभियान चलाया। इस अभियान में संगम घाट, पंटून पुलों और प्रमुख चौराहों जैसे प्रमुख स्थानों पर संदिग्ध व्यक्तियों और गतिविधियों की कड़ी निगरानी पर ध्यान केंद्रित किया गया।
12 प्रकार के स्पेशल सुरक्षा ऑपरेशन
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महाकुंभ नगर पुलिस प्रशासन ने 12 प्रकार के स्पेशल सुरक्षा ऑपरेशन शुरू किए हैं। इन ऑपरेशन का उद्देश्य मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ नगर में आने वाले एक-एक श्रद्धालु की सुरक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है, ताकि उन्हें किसी तरह की असुविधा न हो।
'ऑपरेशन स्वीप' के तहत संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं को ट्रैक करने के लिए लगातार जांच की जा रही है। जबकि, 'ऑपरेशन पहचान' के माध्यम से मेला क्षेत्र में रह रहे लोगों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। इन सभी सुरक्षा उपायों का उद्देश्य श्रद्धालुओं को बेहतर सुरक्षा प्रदान करना और मेला क्षेत्र को किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचाना है।
महाकुंभ नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी के अनुसार, ''महाकुंभ नगर में देश-विदेश से आने वाले लोगों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। यहां एक-एक श्रद्धालु की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ नगर में 12 प्रकार के सुरक्षा ऑपरेशन अनवरत चलाए जा रहे हैं। संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। ऐसे लोगों के पकड़े जाने पर सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।''
इस तरह चलाए जा रहे ऑपरेशन
1. ऑपरेशन स्वीप:- संदिग्ध व्यक्ति और वस्तुओं की चेकिंग।
2. ऑपरेशन पहचान:- मेला क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों का सत्यापन।
3. ऑपरेशन इंटरसेप्ट:- रैंडम और सरप्राइज चेकिंग।
4. ऑपरेशन सील:- जिले की सीमा को सील किया जाना।
5. ऑपरेशन एमवी:- प्रमुख चौराहों पर यातायात नियमों की चेकिंग।
6. ऑपरेशन चक्रव्यूह:- एंट्री-एग्जिट के समस्त मार्गों पर चेकिंग।
7. ऑपरेशन कवच:- मुख्य चौराहों पर संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग।
8. ऑपरेशन बॉक्स:- पार्किंग स्थलों पर चेकिंग।
9. ऑपरेशन महावीरजी:- प्रमुख स्थलों एवं पांटून पुल के दोनों सिरों पर जांच।
10. ऑपरेशन विराट:- प्रमुख पंडालों और शिविरों की चेकिंग।
11. ऑपरेशन संगम:- स्नान घाटों एवं सर्कुलेटिंग एरिया में चेकिंग।
12. ऑपरेशन बाजार:- बाजारों और प्रदर्शनी के साथ दुकानों की चेकिंग।