Adani Bribery Case: US SEC ने गौतम अदाणी और सागर अदाणी के खिलाफ जांच में भारतीय अधिकारियों से मांगी मदद

US डिस्ट्रिक्ट कोर्ट का कहना है कि तकरीबन 2020 से 2024 के बीच अदाणी ग्रीन एनर्जी और एज्योर पावर ग्लोबल को सोलर प्रोजेक्ट दिलाने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत की पेशकश की गई। Adani Group ने US डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस और US सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की ओर से लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया है

अपडेटेड Feb 19, 2025 पर 3:00 PM
Story continues below Advertisement
अमेरिकी प्रॉसीक्यूटर्स का आरोप है कि गौतम अदाणी, सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करने के लिए 26.5 करोड़ डॉलर की रिश्वत की पेशकश में शामिल हैं।

US सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने अदाणी ग्रुप के फाउंडर गौतम अदाणी और उनके भतीजे सागर अदाणी के खिलाफ जांच में भारतीय अधिकारियों से मदद मांगी है। यह जांच कथित सिक्योरिटीज फ्रॉड और 26.5 करोड़ डॉलर की रिश्वतखोरी स्कीम के मामले में है। रॉयटर्स के मुताबिक, मंगलवार को अदालत में दाखिल एक फाइलिंग में यह जानकारी दी गई।

SEC ने न्यूयॉर्क जिला अदालत को बताया कि गौतम और सागर अदाणी को शिकायत संबंधी नोटिस देने के लिए उसके प्रयास जारी हैं और वह उन तक अपने नोटिस पहुंचाने के लिए भारत के कानून और न्याय मंत्रालय से मदद मांग रहा है। दोनों में से कोई भी व्यक्ति अमेरिकी हिरासत में नहीं है और वे वर्तमान में भारत में हैं।

क्या है पूरा मामला


21 नवंबर 2024 को खबर आई थी कि अमेरिकी प्रॉसीक्यूटर्स ने आरोप लगाया है कि गौतम अदाणी, सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करने के लिए 26.5 करोड़ डॉलर की रिश्वत की पेशकश में शामिल हैं। घूस का वादा भारतीय सरकारी अधिकारियों को किया गया। अदाणी ग्रीन एनर्जी में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सागर आर. अदाणी और MD-CEO विनीत एस. जैन पर भी अमेरिकी कानूनों को तोड़ने का आरोप लगा है। यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने कहा था कि तकरीबन 2020 से 2024 के बीच अदाणी ग्रीन एनर्जी और एज्योर पावर ग्लोबल को सोलर प्रोजेक्ट दिलाने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत की पेशकश की गई। कॉन्ट्रैक्ट के जरिए 20 साल में 2 अरब डॉलर से ज्यादा मुनाफे का अनुमान लगाया गया था।

लगातार चौथे साल, Reliance Industries देश की सबसे अधिक वैल्यूएबल कंपनी

यह भी आरोप है कि अदाणी समूह ने फायदा उठाने के लिए अपनी रिश्वत विरोधी प्रैक्टिसेज और नीतियों से संबंधित झूठे, भ्रामक बयानों और रिश्वतखोरी की जांच की रिपोर्टों के आधार पर लोन और बॉन्ड्स के जरिए 2 अरब डॉलर जुटाए। जिन लोगों से पैसा जुटाया गया, उनमें अमेरिकी कंपनियां भी शामिल हैं। US डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के अभियोग के अलावा US SEC ने भी गौतम अदाणी, सागर अदाणी और एज्योर पावर ग्लोबल के एग्जीक्यूटिव सिरिल कैबेन्स पर एक बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी योजना को लेकर आरोप लगाए हैं।

अदाणी समूह ने आरोपों को बताया बेबुनियाद

अदाणी ग्रुप ने अदाणी ग्रीन के डायरेक्टर्स के खिलाफ यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस और यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की ओर से लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया है। अपनी सफाई में अदाणी समूह ने कहा ग्रुप अपने स्टेकहोल्डर्स, पार्टनर्स और कर्मचारियों को आश्वस्त करता है कि वह कानून का पालन करने वाली ऑर्गेनाइजेशन है।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।