फॉक्सवैगन की ट्रक और बस बनाने वाली सब्सिडियरी MAN Truck & Bus छंटनी कर रही है। यह जर्मनी के मुश्किलों में घिरे ऑटोमोटिव सेक्टर के लिए सबसे नया झटका है। एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने कहा है कि 2030 तक देश में लगभग 2300 नौकरियां चली जाएंगी। यह कंपनी की जर्मन वर्कफोर्स का लगभग 20 प्रतिशत है। MAN Truck & Bus का कहना है कि जॉब कट के तहत कोई कंपल्सरी छंटनी नहीं होगी, बल्कि इसके बजाय जल्दी रिटायरमेंट जैसे वॉलंटरी उपाय चुने जाएंगे।
जर्मनी और यूरोप में धीमी इकोनॉमिक ग्रोथ ने भारी गाड़ियों की डिमांड को रोक दिया है, जिससे जर्मनी की ट्रक कंपनियों को लागत कम करने की कोशिश करनी पड़ रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, MAN Truck & Bus ने एक बयान में कहा, "MAN को जर्मनी में ट्रक मार्केट की लगातार कमजोरी के हिसाब से भी खुद को ढालना होगा और अपनी लागत की स्थिति को और बेहतर बनाना होगा। कंपनी पर ज्यादा लागत का बोझ है, खास तौर पर बिजली और लेबर की लागत का। साथ ही एशियाई कॉम्पिटीटर्स का दबाव भी बढ़ रहा है।"
हाई प्रोडक्शन कॉस्ट और चीन से बढ़ता कॉम्पिटीशन बना परेशानी
MAN Truck & Bus की कॉम्पिटिटर डेमलर ट्रक ने इस साल जुलाई में कहा था कि वह सालाना यूरोपियन लागत को 1 अरब यूरो कम करने की योजना के तहत 2030 तक 5000 नौकरियों में कटौती करेगी। जर्मनी की बड़ी ऑटोमोटिव इंडस्ट्री हाई प्रोडक्शन कॉस्ट और चीन से बढ़ते कड़े कॉम्पिटीशन से जूझ रही है। फेडरल स्टैटिस्टिक्स एजेंसी का कहना है कि पिछले साल इस सेक्टर में लगभग 50,000 नौकरियां चली गईं।
Verizon में जा रही हैं 13000 नौकरियां
अमेरिका की टेलिकम्युनिकेशंस कंपनी वेराइजन 13,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। यह कंपनी में छंटनी का अब तक का सबसे बड़ा राउंड है। इस जॉब कट के कारण कॉस्ट कटिंग और रीस्ट्रक्चरिंग हैं। कंपनी अपने आउटसोर्स और दूसरे बाहरी लेबर खर्चों को भी काफी कम करेगी। पिछले साल के आखिर तक वेराइजन में लगभग 100,000 फुल-टाइम कर्मचारी थे।