Adani Group की पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट दिसंबर 2026 तक होगा शुरू, जानिए डिटेल

Adani Group: भारत की सालाना पीवीसी मांग लगभग 40 लाख टन है लेकिन घरेलू उत्पादन क्षमता केवल 15 लाख टन है। इस वजह से मांग और आपूर्ति में काफी अंतर रहता है। खपत बढ़ने के साथ यह अंतर और बढ़ेगा। अदाणी समूह इस क्षेत्र में उतरकर लाभ उठाना चाहता है

अपडेटेड Jul 28, 2024 पर 4:27 PM
Story continues below Advertisement
अदाणी ग्रुप दिसंबर 2026 तक चार अरब अमेरिकी डॉलर की पॉलिविनाइल क्लोराइड (PVC) प्रोजेक्ट के पहले चरण को चालू करने के साथ पेट्रोकेमिकल सेक्टर में उतरेगा।

अदाणी ग्रुप (Adani Group) दिसंबर 2026 तक चार अरब अमेरिकी डॉलर की पॉलिविनाइल क्लोराइड (PVC) प्रोजेक्ट के पहले चरण को चालू करने के साथ पेट्रोकेमिकल सेक्टर में उतरेगा। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि यह सेक्टर ऐसा है जिसमें घरेलू मांग और आपूर्ति में काफी अंतर है। पॉलिविनाइल क्लोराइड (PVC) दुनियाभर में बनाया जाने वाला तीसरा सबसे सामान्य सिंथेटिक प्लास्टिक पॉलिमर है। इसका उपयोग रेनकोट, शॉवर कर्टेन, खिड़की के फ्रेम, इनडोर प्लंबिंग के लिए पाइप, चिकित्सा उपकरण, तार और केबल इन्सुलेशन, बोतल, क्रेडिट कार्ड और फ्लोरिंग जैसे प्रोडक्ट बनाने के लिए किया जाता है।

भारत की सालाना PVC मांग 40 लाख टन

भारत की सालाना पीवीसी मांग लगभग 40 लाख टन है लेकिन घरेलू उत्पादन क्षमता केवल 15 लाख टन है। इस वजह से मांग और आपूर्ति में काफी अंतर रहता है। खपत बढ़ने के साथ यह अंतर और बढ़ेगा। अदाणी समूह इस क्षेत्र में उतरकर लाभ उठाना चाहता है।


ग्रुप की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज गुजरात के मुंदड़ा में एक पेट्रोरसायन ‘क्लस्टर’ स्थापित कर रही है। मामले की जानकारी रखने वाले दो सूत्रों ने बताया कि कंपनी का इरादा इस क्लस्टर के अंदर 20 लाख टन सालाना क्षमता वाला पीवीसी संयंत्र लगाने का है। इस संयंत्र को कई चरणों में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसका शुरुआती चरण दिसंबर, 2026 तक चालू होने की उम्मीद है। इस दौरान संयंत्र की उत्पादन क्षमता सालाना 10 लाख टन की होगी।

पिछले साल मार्च में रोक दिया गया था प्रोजेक्ट

अदाणी ग्रुप ने पिछले साल मार्च में इस परियोजना को रोक दिया था। समूह ने कहा था कि वित्तीय संसाधन जुटने तक उसने प्रमुख उपकरण खरीद और साइट निर्माण गतिविधियों को बंद करने का फैसला किया है। इसके बाद अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट में अदाणी समूह की कंपनियों पर वित्तीय और लेखांकन धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।

हालांकि, अदाणी ग्रुप ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया था लेकिन यह रिपोर्ट आने के बाद समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। इसके बाद ग्रुप ने वापसी के लिए रणनीति बनाई। इसके तहत उसने इक्विटी के रूप में पांच अरब डॉलर और कर्ज के रूप में इससे दोगुनी राशि जुटाई। साथ ही उसने अपने कुछ कर्ज का भु्गतान किया।

बाजार का भरोसा फिर कायम होने के बाद अदाणी ग्रुप ने पेट्रोरसायन संयंत्र पर काम फिर शुरू किया। सूत्रों ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अगुवाई में लेंडर्स का गठजोड़ इस प्रोजेक्ट को फंडिंग कर रहा है।

MoneyControl News

MoneyControl News

First Published: Jul 28, 2024 4:27 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।