फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी (Swiggy) के बोर्ड से दो बड़े नाम बाहर हो गए हैं। पहले हैं एक्सेल के पार्टनर आनंद डैनियल, वहीं दूसरे हैं सॉफ्टबैंक इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स में मैनेजिंग पार्टनर और EMEA एंड इंडिया के हेड सुमेर जुनेजा। दोनों ने स्विगी के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने इस बारे में शेयर बाजारों को जानकारी दी है। इससे पहले इसी साल की शुरुआत में डेल्हीवरी के साहिल बरुआ ने स्विगी के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था।
Swiggy ने स्टॉक एक्सचेंजों को दिए अपने नोटिस में कहा है कि जुनेजा अन्य व्यस्तताओं और प्रोफेशनल कमिटमेंट्स के कारण बोर्ड छोड़ रहे हैं। वहीं डैनियल अन्य प्रोफेशनल कमिटमेंट्स के कारण इस्तीफा दे रहे हैं। ये दोनों स्विगी के बोर्ड में नॉमिनी डायरेक्टर थे।
जापान का सॉफ्टबैंक आमतौर पर अपने निवेश वाली ज्यादातर कंपनियों में उनके आईपीओ से पहले या उसके तुरंत बाद अपनी बोर्ड सीट छोड़ देता है। सॉफ्टबैंक का मीशो, पेटीएम, पीबी फिनटेक समेत कई भारतीय कंपनियों और स्टार्टअप्स में निवेश है।
फराज खालिद को मिली स्विगी के बोर्ड में जगह
स्विगी ने यह भी घोषणा की है कि उसने फराज खालिद को एडिशनल नॉन एग्जीक्यूटिव इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के तौर पर बोर्ड में जगह दी है। खालिद मध्य पूर्व के प्रमुख कंज्यूमर कॉमर्स प्लेटफार्म नून के सीईओ हैं। खालिद की स्विगी के बोर्ड में नियुक्ति 5 साल के लिए हुई है, यानि कि वह 24 जुलाई 2030 तक। इस अपॉइंटमेंट पर अभी स्विगी के शेयरहोल्डर्स की मंजूरी लिया जाना बाकी है।
शेयर 2 प्रतिशत से ज्यादा टूटकर बंद
25 जुलाई को BSE पर स्विगी का शेयर 2.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 407.80 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। शेयर 3 महीनों में 27 प्रतिशत मजबूत हुआ है। कंपनी में जून 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 92.28 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।