भारती एयरटेल (Bharti Airtel) ने टाटा की कंपनी तेजस नेटवर्क्स (Tejas Networks) पर आरोप लगाया है कि कंपनी के घटिया इक्विपमेंट राजस्थान सर्किल में एयरटेल की मोबाइल सर्विस में रुकावट डाल रहे हैं। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक लेटर में एयरटेल ने कहा है कि पिछले साल दिसंबर से दिक्कत पैदा हुई है, जो उसकी सर्विस की क्वालिटी पर असर डाल रही है। कई टेक्निकल मीटिंग्स, जॉइंट टेस्ट और निर्देशों के बावजूद, तेजस नेटवर्क्स ने सुधार के लिए कोई कदम नहीं उठाया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एयरटेल ने अपनी बातचीत में राजस्थान में अपने 900 MHz नेटवर्क पर असर डालने वाली दिक्कत को रोकने के लिए तुरंत एक्शन की मांग की है। भारती एयरटेल का दावा है कि यह तेजस के इक्विपमेंट के BSNL के 800 MHz बैंड में ऑपरेट करने का सीधा नतीजा है। तेजस नेटवर्क्स पर अभी सरकारी कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के लिए देश में बने 4G स्टैक को डिप्लॉय करने की जिम्मेदारी है।
रेडियो इक्विपमेंट और फिल्टर डिजाइन में टेक्निकल गड़बड़ी है वजह
एयरटेल का कहना है कि बातचीत से पता चला है कि यह दिक्कत तेजस के रेडियो इक्विपमेंट और फिल्टर डिजाइन में टेक्निकल गड़बड़ी की वजह से है। तेजस का दिया हुआ फिल्टर 864-894 MHz रेंज के अंदर 800 MHz बैंड के लिए बनाया गया है, जो कुछ इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स को फॉलो करता है। लेकिन भारत में 800 MHz डाउनलिंक सिर्फ 869-889 MHz तक ही लिमिटेड है। इसके चलते तेजस का फिल्टर तय स्पेक्ट्रम के बाहर एमिशन की इजाजत देता है, जिससे दूसरे ऑपरेटर्स की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले 900 MHz बैंड में दखल होता है।
द इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, वहीं तेजस नेटवर्क्स का कहना है कि उसके इक्विपमेंट 3GPP स्टैंडर्ड्स को पूरा करते हैं और BSNL की डिटेल्ड आउट-ऑफ-बैंड एमिशन जरूरतों को अच्छे मार्जिन के साथ पूरा करते हैं। राजस्थान में दिक्कत स्पेक्ट्रम बैंड्स के ओवरलैप की वजह से है और इसका समाधान डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस (DoT), एयरटेल और BSNL के साथ कंसल्टेशन से एडिशनल फिल्टरिंग के जरिए किया जा रहा है।