Budget 2023: एग्री स्टार्टअप को सपोर्ट करने के लिए आज अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक एग्रीकल्चर एक्सीलेरेटर फंड का ऐलान किया है। इस फंड के जरिए किसानों को उनकी तमाम समस्याओं का किफायती लागत पर समाधान प्राप्त होगा। इसके जरिए कृषि क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी लाई जाएगी। और कृषि क्षेत्र के उत्पादन को बढ़ाने में भी सहायता मिलेगी। एक्सपर्ट्स की राय है कि एग्री स्टार्ट-अप के लिए युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए एक एग्रीकल्चर एक्सीलेरेटर फंड का गठन एक बहुत ही बढ़िया फैसला है क्योंकि पिछले एक दशक में जिस तरह एग्री स्टार्ट-अप की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, उसमें ज्यादातर हिस्सा IIT,IIM जैसे संस्थानों का ही है। इस फैसले से ग्रामीण युवकों को एग्री स्टार्ट-अप शुरू करने में काफी मदद मिलेगी।
बेक्सली एडवाइजर्स (Bexley advisors) के मैनेजिंग डायरेक्टर उत्कर्ष सिन्हा का कहना है कि सरकार की फंड ऑफ फंड की रणनीति ने पहले भी काफी सफलता अर्जित की है। सिडबी का फ्लैगशिप फंड और एसआरआई फंड इसका उदाहरण हैं। इस मॉडल का एग्रीकल्चर जैसे नए सेक्टर में विस्तार आगे अपने अच्छे नतीजे देगा। इससे कृषि केंद्रित फंडों और उद्यमों के गठन को प्रोत्साहन मिलेगा।
प्राइमस पार्टनर्स (Primus Partners)के को-फाउंडर कनिष्क माहेश्वरी का कहना है कि एग्रीकल्चर एक्सीलेरेटर फंड ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मुख्यधारा में लाने और भारत के भीतरी इलाकों में इनोवेशन को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ी पहल है। हमें सरकार द्वारा पूर्व में बनाए गए विभिन्न स्टार्टअप फंडों के अनुभव से सीखना चाहिए और दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
प्राइमस पार्टनर्स के को-फाउंडर और सीईओ निलय वर्मा का कहना है दीर्घकालिक आर्थिक विकास, बेहतर उत्पादकता और रोजगार सृजन के लिए कृषि में प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने की घोषणा महत्वपूर्ण है। इससे भारत और इंडिया (शहरी भारत और ग्रामीण भारत) एक साथ विकसित होते नजर आएंगे।