Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी 2023 को बजट पेश करने वाली हैं। बजट पेश होने में 2 दिन का ही समय बचा है। ये बजट मोदी सरकार का अंतिम पूर्ण बजट होगा क्योंकि उसके बाद अगले साल 2023 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। आज के समय में बजट में रेलवे को लेकर कई घोषणाएं की जाती है और ये घोषणाएं आम बजट का ही एक हिस्सा होती है। साल 2017 से पहले रेलवे के लिए अलग रेलवे बजट (Indian Railway Budget) पेश किया जाता था। वह आम बजट का हिस्सा नहीं होता था। आम बजट से एक दिन पहले रेलवे बजट पेश किया जाता था। मोदी सरकार ने ऐसा करके 92 साल पुरानी प्रथा को बदल दिया।
मोदी सरकार ने बदली 92 साल पुरानी प्रथा
मोदी सरकार के समय में साल 2017 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 92 साल पुरानी प्रथा को खत्म कर दिया था। उन्होंने रेलवे से जुड़ी घोषणाओं को आम बजट में शामिल करना शुरू कर दिया। साल 2017 से पहले तक रेल बजट आम बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता था। उसके अगले दिन आम बजट पेश किया जाता था। साल 2017 से रेलवे बजट से जुड़े ऐलान आम बजट के साथ किये जाने लगे हैं। पहले रेल मंत्री आम बजट से एक दिन पहले रेलवे बजट को पेश किया करते थे।
नीति आयोग ने दी बदलने की सलाह
नीति आयोग ने भी सरकार को कई सालों पुराने इस चलन को खत्म करने की सलाह दी थी। ये फैसला सरकार, नीति आयोग और अलग-अलग स्टेकहोल्डर्स के साथ बातचीत करके लिया गया था। उसके बाद ही रेलवे बजट को आम बजट में शामिल किया गया था।
साल 1924 में आया था भारत का पहला रेल बजट
भारत का पहला रेल बजट अंग्रेजों के शासन काल में साल 1924 में पेश किया गया था। उसके बाद साल 2017 में मोदी सरकार ने इस परंपरा को बदल दिया।