Union Budget 2023: अगर टैक्स की दरों या लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन जैसे टैक्स की अवधि में बदलाव किया जाता है तभी बाजार के लिए यूनियन बजट 2023 एक बड़ा इवेंट होगा। ये बातें Research & Ranking’s के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर जसप्रीत सिंह अरोरा ने मनीकंट्रोल के साथ हुई बातचीत में कही हैं। बाजार पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक भारतीय बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है और आगे भी यह वौलेटिलिटी बनी रहने की संभावना है।
रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर और रोजगार बढ़ाने के उपायों पर भी बढ़ेगा सरकारी खर्च
बाजार भागीदारों को बजट 2023-24 का इंतजार है। यह 2024 में होने वाले आम चुनाव के पहले का मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट है। ऐसे में बाजार की नजरें इस बजट में लगी हुई हैं। क्योंकि यह एक चुनावी साल है ऐसे में इस बजट में सरकार रूरल सेक्टर के ग्रोथ और कल्याण से जुड़ी योजनाओं का ऐलान कर सकती है। रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर और रोजगार बढ़ाने जैसे उपायों पर भी सरकारी खर्च बढ़ता नजर आ सकता है।
वित्तीय घाटे और जीडीपी ग्रोथ का लक्ष्य हासिल होना मुमकिन
क्या सरकार वित्त वर्ष 2023 के लिए अपने वित्तीय घाटे और जीडीपी ग्रोथ का लक्ष्य हासिल कर पाएगी? वित्त वर्ष 2024 के लिए इनके लक्ष्य क्या होंगे? इस सवाल का जबाव देते हुए जसप्रीत सिंह अरोरा ने कहा कि वर्तमान में देश का वित्तीय घाटा बजटीय अनुमान के 60 फीसदी पर है। हालांकि इस अवधि में टैक्स से होने वाली कमाई में बढ़त हुई है।
अप्रैल- नवंबर 2022 की अवधि में टैक्स से होने वाली कमाई में सालाना आधार पर 7 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। ये बजट अनुमान के 63 फीसदी पर है। ऐसे में वित्तीय घाटे के मामले में वित्त वर्ष 2023 का बजट अनुमान हासिल होने की संभावना नजर आ रही है। हमें उम्मीद है कि वर्तमान में बजट अनुमान के 60 फीसदी नजर दिखाई दे रहा कैपेक्स भी टैक्स से होने वाली कमाई में बढ़त के साथ ही तेजी पकड़ता नजर आएगा। ऐसे में हल्के-फुलके अंतर के साथ फिस्कल डेफिसिट 6.4 फीसदी के आसपास रहने की संभावना है। जहां तक वित्त वर्ष 2024 की बात है तो इस अवधि में फिस्कल डेफिसिट 5.8 और 6 फीसदी के बीच रह सकता है।
बजट में रोड, रेल और डिफेंस पर हो सकता है फोकस
यूनियन बजट 2023 से क्या हैं अपेक्षाएं? इस सवाल का जवाब देते हुए जसप्रीत सिंह अरोरा ने कहा कि इस बजट में सरकार का फोकस रोड, रेल और डिफेंस जैसे सेक्टर पर रह सकता है। वर्तमान में बढ़ते जियोपॉलिटिकल तनाव के बीच डिफेंस सेक्टर पर सरकार का खास फोकस हो सकता है।
चौथी तिमाही के नतीजों के बाद आईटी में निवेश के बनेंगे मौके
क्या इस समय आईटी शेयरों में निवेश का मौका है? इस सवाल का जवाब देते हुए जसप्रीत सिंह अरोरा ने कहा कि अब तक आए आईटी कंपनियों के नतीजे मिलजुले रहे हैं। हालांकि 2022 की शुरुआत से अब तक आईटी शेयरों के वैल्यूएशन में काफी करेक्शन आया है। फिर भी यह अपने लॉन्ग टर्म एवरेज की तुलना में ज्यादा है। 2023 में कुछ चुनिंदा आईटी शेयर बेहतर करते नजर आ सकतें। हालांकि पूरे सेक्टर पर नजर डालें तो यह सेक्टर चौथी तिमाही के नतीजों और इन नतीजों के बाद आने वाले कंपनियों के मैनेजमेंट की कमेंट्री सुनने के बाद निवेश के नजरिए से ध्यान देने लायक होगा। इस समय तक मंदी और ब्याज दरों से संबंधित चुनौतियां भी हल्की पड़ जाएंगी।
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