Budget 2024 Expectations Highlights: इस बार के बजट में टैक्सपेयर्स को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट से काफी उम्मीदें हैं। टैक्सपेयर्स को उम्मीद हैं कि टैक्स स्लैब में बदलाव किए जा सकते हैं। न्यू टैक्स रिजीम (New Tax Regime) के तहत स्टैंडर्ड डिडक्शन में इजाफा हो सकता है। इसके साथ ही आम आदमी HRA में इजाफे की उम्मीद कर रहे हैं
India Budget 2024 Expectations Highlights: बजट की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सबको इंतजार रहेगा कि वित्त मंत्री इस बार किसे क्या तोहफा देती हैं। कहा जा रहा है कि इस बार के बजट में सैलरीड क्लास पर फोकस बढ़ सकता है। टैक्सेशन में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। वित्त मंत्री खुश करती नजर आ सकती हैं। एक्सपर्ट्स भी मान रहे हैं कि जो 10 साल में नहीं हुआ, वो शायद इस साल किया जा सकता है। इसकी व
India Budget 2024 Expectations Highlights: बजट की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सबको इंतजार रहेगा कि वित्त मंत्री इस बार किसे क्या तोहफा देती हैं। कहा जा रहा है कि इस बार के बजट में सैलरीड क्लास पर फोकस बढ़ सकता है। टैक्सेशन में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। वित्त मंत्री खुश करती नजर आ सकती हैं। एक्सपर्ट्स भी मान रहे हैं कि जो 10 साल में नहीं हुआ, वो शायद इस साल किया जा सकता है। इसकी वजह ये है कि ग्रोथ पटरी पर है, महंगाई पर काबू पाना है। ब्याज दरें कम करनी हैं। इन सबके लिए टैक्सपेयर्स (Taxpayers) का रोल काफी बड़ा होता है। खपत को बढ़ावा देना है तो टैक्सपेयर्स के हाथ में पैसा होना बेहद जरूरी है।
बढ़ सकती है स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट
परामर्श फर्म केपीएमजी ने उम्मीद जताई है कि सरकार टैक्सपेयर्स को राहत देते हुए स्टैंडर्ड डिडक्शन (Standard deduction) की लिमिट में इजाफा कर सकती है। फिलहाल, 50,000 रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन है। इंडस्ट्री ने इसे बढ़ाकर 1 लाख रुपये करने की मांग की है। ट्रैवल, प्रिंटिंग, स्टेशनरी, बुक्स, स्टाफ सैलरी, व्हीकल रनिंग, मेंटेनेंस, मोबाइल एक्सपेंस जैसे खर्च को देखते हुए उनके अलाउंस में बढ़ोतरी होनी चाहिए। 50000 रुपए का स्टैंडर्ड डिडक्शन इन सब खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। महंगाई और बढ़ती स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग को देखते हुए स्टैंडर्ड डिडक्शन को 1 लाख करने की मांग की जा रही है।
वहीं जानकारों का ये भी मानना है कि मोदी सरकार युवा, कृषि और किसान, महिला और ग्रामीण क्षेत्रों पर फोकस कर सकती है। रियल एस्टेट, MSME, FMCG सबकी उम्मीदें बढ़ती जा रही है। लिहाजा हर तबके को खुश करना वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने बड़ी चुनौती होगी। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को लोकसभा में आम बजट पेश करेंगी।