Union Budget 2025 : अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार और बढ़ती महंगाई के बीच आज से प्री- बजट मीटिंग का सिलसिला शुरू हो गया है। 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में क्या होना चाहिए, इसको लेकर आज सबसे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अर्थशास्त्रियों से मुलाकात कर रही हैं। इस मुलाकात में क्या फोकस रहने वाला है और आगे किन किन सेक्टर से मुलाकात का सिलसिला चलने वाला है, यह बताने के लिए हमारे साथ हैं सीएनबीसी-आवाज़ के लक्ष्मण रॉय।
लक्ष्मण ने बताया कि बजट पर चर्चा शुरू हो गई है। वित्त मंत्री की प्री बजट मीटिंग आज से शुरू हो गई है। आज पहले दिन अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक है। इसमें अर्थव्यवस्था में रफ्तार देने के उपाय सुझाए जाएंगे। सरकार के सामने खपत और मांग बढ़ाना सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए कैपेक्स बढ़ाने की वकालत की जा सकती है।
प्री बजट मीटिंग में शामिल अर्थशास्त्रियों में समिरन चक्रवर्ती-चीफ इकोनॉमिस्ट, सिटी ग्रुप, गौरा सेन गुप्ता-चीफ इकोनॉमिस्ट, IDFC फर्स्ट बैंक, नम्रता मित्तल-इकोनॉमिस्ट, SBI म्युचुअल फंड, लेखा चक्रवर्ती-प्रोफेसर, NIPFP, अश्विनी महाजन-नेशनल कन्वेनर, स्वदेशी जागरण मंच और निखिल गुप्ता-चीफ इकोनॉमिस्ट, मोतीलाल ओसवाल के नाम शामिल हैं।
प्री बजट मीटिंग की डिटेल्स
प्री बजट मीटिंग की डिटेल्स देते हुए लक्ष्मण ने बताया कि वित्त मंत्री की 6 दिसंबर को अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक है। वहीं, 7 दिसंबर को किसान, एग्री एक्सपर्ट और MSME के साथ उनकी बैठकें होंगी। 26 दिसंबर को ट्रेड एंड सर्विस सेक्टर के प्रतिनिधि वित्त मंत्री से मिलेंगे। 27 दिसंबर को ट्रेड यूनियन, कैपिटल मार्केट और फाइनांशियल सेक्टर को प्रतिनिधियों से एफएम की मुलाकात होनी है। 28 दिसंबर को इंफ्रा, एनर्जी और अर्बन सेक्टर के प्रतिनिधियों का एफएम के साथ बैठक होगी। वहीं, 30 दिसंबर को इंडस्ट्री और सोशल सेक्टर के साथ सलाह मशविरा होगा।