Budget में इंडियन स्टार्टअप्स की घर वापसी के लिए हो सकता है स्कीम का ऐलान

अभी कई इंडियन यूनिकॉर्न विदेश से ऑपरेट करते हैं। इसकी बड़ी वजह टैक्स है। इंडिया में स्टार्टअप्स के लिए टैक्स के नियम उतने आसान नहीं हैं जितने विदेश में हैं। सरकार ऐसे स्टार्टअप्स को गुजरात की गिफ्टी सिटी में अपने ऑफिश शिफ्ट करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है

अपडेटेड Jun 13, 2024 पर 4:38 PM
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सरकार गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी या गिफ्ट सिटी को दुबई और सिंगापुर जेसा बड़ा ग्लोबल फाइनेंशियल हब बनाना चाहती है।

फुल बजट में विदेश से ऑपरेट करने वाले स्टार्टअप्स को इंडिया अपने हेडक्वार्टर शिफ्ट करने के लिए प्रोत्साहन शामिल हो सकते हैं। सरकार उन्हें गिफ्ट सिटी के स्पेशल इकोनॉमिक जोन में ऑफिस शिफ्ट करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है। मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि इससे उन्हें टैक्स के मामले में भी फायदा होगा। सरकार गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी या गिफ्ट सिटी को दुबई और सिंगापुर जेसा बड़ा ग्लोबल फाइनेंशियल हब बनाना चाहती है। इसके लिए कंपनियों को टैक्स-छूट सहित दूसरे फायदे ऑफर किए जा रहे हैं।

कई स्टार्टअप्स इंडिया लौटना चाहते हैं

सरकार बाद में ऐसी पॉलिसी पेश कर सकती है, जिसमें गिफ्ट सिटी (Gift City) से ऑपरेट करने वाली कंपनियों को बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) में लिस्ट कराने की इजाजत दी जा सकती है। इससे Razorpay, Zepto और Meesho जैसे यूनिकॉर्न इंडिया लौट सकेंगे। इससे निवेशकों और म्यूचुअल फंडों के लिए टेक्नोलॉजी स्टॉक्स में निवेश के ज्यादा विकल्प उपलब्ध होंगे। इस मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि सरकार कुछ शर्तें तय कर सकती है। जैसे कंपनी इंडियन सिटीजन की तरफ से शुरू की गई हो और शेयर की ज्यादा वैल्यू इंडियन एसेट्स से आनी चाहिए।


टैक्स के मामले में छूट की स्कीम आ सकती है

उन्होंने बताया, "जहां तक अबतक हुई बातचीत का संबंध है तो विदेश से ऑपरेट करने वाले स्टार्टअप्स को गिफ्ट सिटी में लौटने पर टैक्स के मामले में किसी तरह का नुकसान नहीं होगा। 2021 के बजट में फॉरेन फंडों को इंडिया में गिफ्ट आईएफएससी में लौटने के लिए एक स्कीम का ऐलान किया गया था। इसमें उन पर किसी तरह के टैक्स का बोझ नहीं डाला गया था। ऐसे ही प्रावधान स्टार्टअप्स के लिए किए जा सकते हैं। "

अभी इंडिया ऑफिस शिफ्ट करने पर काफी टैक्स लगता है

इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए फाइनेंस मिनिस्ट्री को भेजे ईमेल का जवाब नहीं मिला। जवाब मिलने पर यह स्टोरी अपडेट की जाएगी। सरकार काफी समय से विदेश से ऑपरेट करने वाले स्टार्टअप्स को गुजरात के स्पेशल इकोनॉमिक जोन में अपने ऑफिस शिफ्ट करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। लेकिन, अब तक इसके ज्यादा नतीजे नहीं आए हैं। इस बीच PhonePe को अपना ऑफिस पिछले साल सिंगापुर से इंडिया शिफ्ट करने के लिए करीब अरबों डॉलर के टैक्स चुकाने पड़े थे।

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बजट में स्कीम के ऐलान से गिफ्ट सिटी का अट्रैक्शन बढ़ेगा

फोनपे के फाउंडर और सीईओ समीर निगम ने जनवरी 2023 में कहा था कि मुझे उम्मीद है कि चीजें बेहतर होंगी। अगर आप विदेश से अपने ऑफिस इंडिया शिफ्ट करते हैं तो इसे मौजूदा निवेशकों के लिए कैपिटल गेंस के रूप में लिया जाता है। ऐसे में कंपनी की फिर से वैल्यूएशन होती है और उसके आधार पर आपको टैक्स चुकाना होता है। उन्होंने बताया था कि कम से कम 20 यूनिकॉर्न इंडिया लौटना चाहते हैं। अगर नियम आसान किए जाते है तो ऐसा हो सकता है।

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First Published: Jun 13, 2024 4:31 PM

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