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Budget 2024: ₹12 लाख तक की सालाना आय पर नहीं लगे इनकम टैक्स, बजट से पहले बोले दिग्गज निवेशक

Budget 2024-25: मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services) के चेयरमैन और को-फाउंडर रामदेव अग्रवाल (Raamdeo Agrawal) का मानना ​​है कि 12 लाख रुपये तक की सालाना आय वाले लोगों पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगना चाहिए। अग्रवाल ने कहा कि सरकार को देश में खपत बढ़ाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसका एक तरीका यह है कि टैक्सपेयर्स के हाथों में अधिक पैसा दिया जाए

अपडेटेड Jul 06, 2024 पर 10:10 PM
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Budget 2024: रामदेव अग्रवाल को उम्मीद है कि सरकार बजट में खपत बढ़ाने के लिए कुछ उपाय कर सकती है

Budget 2024-25: मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services) के चेयरमैन और को-फाउंडर रामदेव अग्रवाल (Raamdeo Agrawal) का मानना ​​है कि 12 लाख रुपये तक की सालाना आय वाले लोगों पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगना चाहिए। हमारे सहयोगी CNBC-TV18 के साथ एक बातचीत में अग्रवाल ने कहा कि सरकार को देश में खपत बढ़ाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "इसका एक तरीका यह है कि टैक्सपेयर्स के हाथों में अधिक पैसा दिया जाए। 12 लाख रुपये तक की सालाना आय वालों का टैक्स अधिकारियों से कोई संपर्क नहीं होना चाहिए।" उन्होंने कहा कि छूट सीमा में बढ़ोतरी से टैक्स ऑफिसों में जमा हो रहे लाखों टैक्स मामलों को निपटाने में भी मदद मिलेगी। पेश हैं इंटरव्यू के संपादित अंश:

सवाल: आपकी बजट 2024-25 से क्या उम्मीदे हैं?

जवाब: मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार खपत को बढ़ावा देने के लिए कुछ कदम उठाएगी। देखिए अगर प्राइवेट सेक्टर के कैपेक्स को बढ़ाना चाहते हैं, तो सरकार इसके लिए सभी काम कर रही है। आप इस महीने के गुड्स एंड सर्विसेज (GST) कलेक्शन के आंकड़े को देखें तो यह अगर यह ट्रेंड जारी रहता है और यह 6% और 5% तक आ जाता है, तो आपको समस्या होगी। क्योंकि जीडीपी 10-12% की दर से बढ़ रही है, जबकि जीएसटी 7% की दर से बढ़ रही है। उम्मीद है कि चुनाव और भीषण गर्मी के चलते ऐसा बस पहली बार हुआ है, और अगले महीने GST कलेक्शन की ग्रोथ ठीक हो जाएगी। लेकिन अगर यह रिकवर नहीं होता है, तो खपत में समस्या है।

इसलिए, आपको खपत बढ़ाने पर ध्यान देना होगा। क्योंकि भारतीय उद्यमी बहुत स्मार्ट हैं। उन्हें जैसे ही लगेगा कि खपत बढ़ रही है, वे तुरंत ही निवेश करना शुरू कर देंगे। अगर आप बर्गर चाहते हैं, लोग 1,00,000 प्रकार के बर्गर की सप्लाई करेंगे। अगर आपको कार चाहिए, तो दुनिया भर की कारें मिल जाएंगी। आपको बस संकेत देना है, कि खपत कहां हो रहा है और वहां निवेश अपने आप आ जाएगा। अभी इंफ्रास्ट्रक्चर कुछ ऐसा है कि केवल सरकार ही यह कर सकती है।


सवाल: तो आप यह इशारा कर रहे हैं कि इनकम टैक्स में कुछ छूट मिलनी चाहिए?

जवाब: खपत बढ़ाने का यह एक अच्छा तरीका है। टैक्सपेयर्स के हाथ में ज्यादा पैसे पहुंचाएं जाएं। जो लोग टैक्स नहीं दे रहे हैं, उन पर आपका कोई नियंत्रण नहीं है, लेकिन जो लोग टैक्स दे रहे हैं, उन पर आप कर कम कर सकते हैं। मैं कहूंगा कि 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं होना चाहिए।

सवाल: आमतौर पर सरकार जब ऐसा कोई कदम उठाती है, तो शेयर बाजार गिर जाता है। बाजार के एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यह एक लोकलुभावन उपाय है, यह एक बहुत ही लोकलुभावन सरकार है।

जवाब: आप शेयर बाजार के लिए बजट नहीं बनाते हैं। शेयर बाजार की अपनी एक सोच होती है। इसलिए, बाजार के बारे में भूल जाइए। आप इसे बाजार को ध्यान में रखकर नहीं बना सकते। आपको जो देश के लिए जो अच्छा है उसे ध्यान में रखकर बजट बनाना होगा।

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