Budget 2024: बाजार में पिछले कुछ दिनों से रियल्टी कंपनियों की तरफ से अच्छे अपडेट्स सामने आ रहे हैं। इन कंपनियों में रुस्तमजी ग्रुप का नाम भी है। रुस्तमजी ग्रुप की तरफ महाराष्ट्र के कसारा में बड़ी जमीन खरीदी गई है। उस पर 500 अलग-अलग साइज के प्लॉट बनाये गये हैं। इस पर और बजट में रियल एस्टेट के लिए क्या सुविधा मिलनी चाहिए उस संबंध में हमारे सहयोगी चैनल सीएनबीसी-आवाज़ के साथ रुस्तमजी ग्रुप के सीएमडी बमन रुस्तम ईरानी ने बातचीत की। उन्होंने अपनी बातचीत में कहा कि बजट में इस सेक्टर को बढ़ावा देने पर ये इंडस्ट्री जीडीपी को बढ़ाने में बड़ा योगदान दे सकती है।
Keystone Realtors को मुंबई महानगर क्षेत्र में ही कारोबार करना पसंद
मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) अब काफी विस्तारित हो गया है। MMR की सीमाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसलिए अब सेकंड होम्स की तर्ज पर कसारा में लोगों को लिए उनके पसंद के प्लॉट और उस पर उनकी पसंद का घर बनाने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। हमारी रियल्टी कंपनी कीस्टोन रियल्टर्स (Keystone Realt0rs) एमएमआर क्षेत्र में ही अपने प्रोजेक्ट का फोकस करती है।
अबकी बार के बजट से रियल्टी सेक्टर की क्या अपेक्षाएं है
उन्होंने इसके जवाब में कहा मैं बजट से डेवलपर्स के लिए कुछ नहीं मांगना चाहता हूं। लेकिन मैं अपने कस्टमर के लिए जरूर बजट से कुछ मांगना चाहूंगा। उन्होंने कहा कि आज की तारीख में रियल सेक्टर की डिमांड है। लोगों में घर लेने की चाहत बढ़ गई है। रेरा के आने से लोगों की घर लेने की योग्यता भी बढ़ गई है। लोग इससे संतुष्ट नजर आते हैं।
अपनी मांग के तहत उन्होंने कहा कि सरकार नारी शक्ति को बढ़ावा देना चाहती है तो जो घरों पर लगने वाले इंकम टैक्स या अन्य प्रकार के टैक्स हैं उसमें कमी की जानी चाहिए। हमारे कस्टमर जो इंटरेस्ट भरते हैं उसे सरकार को इंकम टैक्स में घटाना चाहिए। ये अगर महिलाओं के लिए किया जाये तो बहुत अच्छा रहेगा।
दूसरी जीएसटी के संदर्भ में हमें इंपोर्ट टैक्स क्रेडिट मिलनी चाहिए जो कि हमारी लंबे समय से मांग है। ये फर्स्ट टाइम डेवलपर को मिलनी चाहिए।
रियल्टी सेक्टर को सपोर्ट करने से जीडीपी में दिखेगा इजाफा
बमन ईरानी ने कहा कि रियल्टी सेक्टर का भारत की जीडीपी में 8.5 प्रतिशत का योगदान है। लिहाजा इस सेक्टर को जितना सरकार की तरफ से सपोर्ट मिलेगा। उतना ही जीडीपी में रियल्टी सेक्टर की तरफ से योगदान में इजाफा होगा। रियल्टी सेक्टर से जुड़े हुए बैंकिंग सेक्टर, सप्लाई सेक्टर को इससे बड़ा बूस्ट मिलता है। हमारी रिसर्च के अनुसार रियल्टी सेक्टर 256 इंडस्ट्री को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सपोर्ट करता है। इसलिए सरकार को इस सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए बजट में प्रावधान करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि यदि सरकार रियल्टी इंडस्ट्री को सपोर्ट करती है तो रियल्टी की तरफ जीडीपी में योगदान 8.5 प्रतिशत से बढ़कर 30 से 35 प्रतिशत तक हो सकता है। हमारा मानना है कि और नये शहर बसाये जाने चाहिए। इसमें केंद्र की तरफ से जितनी सुविधा दी जा सकती है उतनी रियल्टी सेक्टर को दी जानी चाहिए
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