Coal India Q1 Results: सरकारी के मालिकाना हक वाली महारत्न कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Ltd) ने जून तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। सालाना आधार पर कंपनी के मुनाफे और आमदनी में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन CNBC-TV18 के अनुमान से आंकड़े बेहतर रहे हैं। इस सरकारी कंपनी ने डिविडेंड का भी ऐलान किया है।
कम हुआ मुनाफा, पर अनुमान से बेहतर
कोल इंडिया का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट जून तिमाही में ₹8,734 करोड़ रहा। यह पिछले साल की समान तिमाही में ₹10,934 करोड़ था। यानी सालाना आधार पर 20.1% की गिरावट हुई है। हालांकि, बाजार अनुमान 8,005 करोड़ रुपये का था, जिससे यह आंकड़ा ऊपर रहा।
रेवेन्यू में गिरावट, EBITDA पर दबाव
Coal India की परिचालन आय सालाना आधार पर 4.4% घटकर ₹35,842 करोड़ रही। पिछले साल यह ₹37,503 करोड़ थी, जबकि अनुमान ₹34,990 करोड़ का था।
तिमाही के दौरान कंसोलिडेटेड EBITDA ₹12,521 करोड़ रहा, जो कि पिछले साल की तुलना में 12.7% कम है। एक साल पहले यह ₹14,338 करोड़ था। बाजार का अनुमान 10,850 करोड़ रुपये का था।
EBITDA मार्जिन जून तिमाही में घटकर 34.9% पर आ गया, जबकि पिछले साल यह 38.2% था। विश्लेषकों का अनुमान 31% था।
कोल इंडिया ने ₹5.5 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है। इसकी रिकॉर्ड डेट 6 अगस्त 2025 तय की गई है।
कोल इंडिया के शेयरों का हाल
31 जुलाई को नतीजों से पहले Coal India का शेयर 1% गिरकर ₹375.95 पर बंद हुआ। बीते 6 महीनों में यह शेयर करीब 5% फिसला है और पिछले एक साल में इसमें 28% की गिरावट दर्ज की गई है। इसका 52-हफ्तों का उच्चतम स्तर ₹543.55 और न्यूनतम स्तर ₹349.25 रहा है।
कोल इंडिया का बिजनेस क्या है?
कोल इंडिया लिमिटेड सरकारी कंपनी है, जो देश में कोयले के उत्पादन और आपूर्ति का सबसे बड़ा जरिया है। इसका मुख्य काम खदानों से कोयला निकालना, उसकी प्रोसेसिंग करना और बिजली उत्पादन कंपनियों, स्टील, सीमेंट और अन्य उद्योगों को सप्लाई करना है। भारत में खपत होने वाले कुल कोयले का लगभग 80% हिस्सा कोल इंडिया ही मुहैया कराती है।
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