Crypto News: दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज एक बार फिर भारत लौट चुका है। एक बार फिर इसकी वेबसाइट और ऐप लाइव हो चुकी है। इससे पहले फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट इन इंडिया (FIU-IND) के पास रजिस्ट्रेशन नहीं होने के चलते 7 महीने तक बैन लगा हुआ था। अब बाइनेंस ने आज 15 अगस्त को ऐलान किया कि इसने 19वीं वैश्विक नियामकीय माइलस्टोन को छू लिया है। क्रिप्टो एक्सचेंज ने कहा कि भारत या किसी और देश में भी एंटी मनी लांड्रिंग से जुड़े कानूनों के पालन के लिए प्रतिबद्ध है।
भारतीय कारोबार इसलिए है Binance के लिए अहम
बाइनेंस के सीईओ रिचर्ड टेंग ने कहा कि FIU-IND के पास रजिस्ट्रेशन के बाद भारत में एक बार फिर बाइनेंस का सफर शुरू हो गया है और यह रजिस्ट्रेशन अहम माइलस्टोन है। बाइनेंस का कहना है कि चेनएनालिसिस के 2023 ग्लोबल क्रिप्टो अडॉप्शन इंडेक्स के मुताबिक क्रिप्टो ग्रोथ की यहां काफी संभावनाएं हैं। सेंट्रलाइज्ड और डी-सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजों के जरिए ट्रांजैक्शन वॉल्यूम के हिसाब से यहां दुनिया भर में टॉप के 5 देशों में शुमार है। इससे अंदाज लगा सकते हैं कि यहां क्रिप्टो मार्केट के ग्रोथ की कितनी संभावना है।
पिछले साल दिसंबर 2023 में KuCoin (कूकॉइन), बाइनेंस (Binance), ओकेएक्स (OKX) और हौबी (Hobi) समेत नौ ऑफशोर एक्सचेंजों को FIU-IND के तहत रजिस्टर्ड नहीं पाया गया। इसके अलावा ये प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग (PMLA), 2002 के प्रावधानों के अनुरूप भी नहीं मिले। इसके चलते सरकार ने जनवरी में इन एक्सचेंजों के URLs को भारत में ब्लॉक करने का आदेश दिया। यहां तक कि उनके ऐप्स को एपल और गूगल के ऐप स्टोर्स से हटा दिया गया। इस साल 19 जून को FIU-IND ने बाइनेंस पर स्थानीय एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों का पालन न करने के लिए ₹18.82 करोड़ का जुर्माना लगाया था। अभी यह सामने नहीं आया है कि बाइनेंस ने जुर्माना चुकाया है या नहीं। इससे पहले प्रतिद्वंद्वी KuCoin ने ₹34.5 लाख का जुर्माना भरा और फिर से अपना कारोबार शुरू किया। इसने मार्च में भारत में फिर से प्रवेश किया जबकि OKX ने 30 अप्रैल से भारत में अपनी सेवाओं को बंद करने का निर्णय लिया।