दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook) ने हाल के वर्षों में कई विवादों के कारण आलोचनाओं का सामना किया है। इस बीच एक रिपोर्ट की मानें तो फेसबुक की बादशाहत को खतरा पैदा हो गया है। जिस फेसबुक को हाल ही में नए पेरेंट कंपनी मेटा के तहत लाया गया था, उसके डेली यूजर बेस में भारी गिरावट देखी जा रही है। फेसबुक के 17 साल के अस्तित्व में आने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि इसका यूजर बेस वास्तव में कम हुआ है।
फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक ने 2021 की चौथी तिमाही में लगभग आधा मिलियन यानी करीब पांच लाख ग्लोबल डेली यूजर्स को खो दिया। इतना ही नहीं, कुछ ही घंटों के कारोबार में मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक (Meta Platforms Inc) के शेयर 22 फीसदी से अधिक गिर गए। मेटा ने घोषणा की है कि यूजर्स की संख्या कम होने से उसके मुनाफे पर असर पड़ा है। इतना ही नहीं इसका कंपनी को मिलने वाले विज्ञापन पर भी सीधे तौर पर प्रभाव पड़ेगा।
पिछले साल की चौथी तिमाही में फेसबुक के 2.91 अरब मंथली एक्टिव यूजर्स थे और उससे पिछले तिमाही की तुलना में इस संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। मेटा के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर Dave Wehner ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आने वाली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू अनुमान से कम रह सकता है। इससे मेटा का शेयर 22.9 फीसदी गिरकर 249.05 डॉलर पर आ गया और इसके मार्केट कैप 200 अरब डॉलर कम हो गया।
Meta का कहना है कि पहली तिमाही में उसका रेवेन्यू 27 से 29 अरब डॉलर रह सकता है, जबकि विश्लेषक इसके 30.15 अरब डॉलर रहने की उम्मीद कर रहे थे। पिछले साल की चौथी तिमाही में यह 33.67 अरब डॉलर था जबकि एक साल पहले यह 28.07 अरब डॉलर रहा था। कंपनी को Tiktok और YouTube से भी कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है। बड़ी संख्या में यूजर्स इन प्लेटफॉर्म्स की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं।
इससे आने वाली तिमाही में फेसबुक का राजस्व बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। Tiktok और YouTube जैसे प्लेटफॉर्म्स से मिल रही चुनौती के कारण उसका विज्ञापन राजस्व प्रभावित हो सकता है। कंपनी की कमाई में विज्ञापन रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा है। पिछले साल की चौथी तिमाही में यह 33.67 अरब डॉलर था, जबकि एक साल पहले यह 28.07 अरब डॉलर रहा। बता दें कि अक्टूबर के अंत में कंपनी द्वारा अपना नाम मेटावर्स में बदलने के बाद से यह पहला रिजल्ट है।
कंपनी का कहना है कि Apple ने अपने ऑपरेटिंग सिस्टम की प्राइवेसी में बदलाव किया है जिससे ब्रांड्स को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर विज्ञापनों में मुश्किल आ रही है। डेली एक्टिव यूजर्स में नुकसान उत्तरी अमेरिका (लगभग 10 लाख) में सबसे अधिक था, जहां विज्ञापन के माध्यम से सबसे अधिक कमाई होती है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि WhatsApp और Instagram जैसे दूसरे मेटा ऐप में भी यूजर की वृद्धि काफी कम थी।