अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) ने अमेरिकी प्रॉसीक्यूटर्स की ओर से लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है। अदाणी ने आज 30 नवंबर को इस मामले पर कहा कि यह एक चुनौती है जिसका सामना ग्रुप ने "पहली बार नहीं" किया है। उन्होंने राजस्थान के जयपुर में 51वें जेम एंड ज्वेलरी अवॉर्ड्स के दौरान कहा, "जैसा कि आप में से अधिकांश ने पढ़ा होगा, दो हफ्ते से भी कम समय पहले हमें अदाणी ग्रीन एनर्जी में कंप्लायंस प्रैक्टिसेज के बारे में अमेरिका से आरोपों का सामना करना पड़ा। यह पहली बार नहीं है जब हमें ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। मैं आपको बता सकता हूं कि हर हमला हमें मजबूत बनाता है और हर बाधा अदाणी ग्रुप के लिए एक मजबूत कदम बन जाती है।"
गौतम अदाणी ने अपने जवाब में क्या कहा?
अदाणी ने कहा, "सच तो यह है कि बहुत सारी निहित स्वार्थी रिपोर्टिंग के बावजूद अदाणी पक्ष के किसी भी शख्स पर FCPA के उल्लंघन या न्याय में बाधा डालने की किसी भी साजिश का आरोप नहीं लगाया गया है। फिर भी, आज की दुनिया में नकारात्मकता तथ्यों से कहीं अधिक तेजी से फैलती है और जैसा कि हम कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से काम करते हैं, मैं विश्व स्तरीय रेगुलेटरी कंप्लायंस के लिए हमारी पूर्ण कमिटमेंट की फिर से पुष्टि करना चाहता हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "अदाणी ग्रुप की सफलताओं के बावजूद इसके सामने आने वाली चुनौतियां और भी बड़ी थीं। इन चुनौतियों ने हमें तोड़ा नहीं है। इसके बजाय, उन्होंने हमें डिफाइन किया है। उन्होंने हमें और मजबूत बनाया है और हमें यह अटूट भरोसा दिलाया है कि हर गिरावट के बाद, हम फिर से उठेंगे, पहले से ज़्यादा मज़बूत और लचीले होंगे।"
अदाणी ने हिंडनबर्ग के आरोपों को भी किया याद
इस दौरान उन्होंने जनवरी 2023 में अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा किए गए हमले को याद किया। उन्होंने कहा, "जैसे ही हम अपना फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) शुरू करने के लिए तैयार हो रहे थे, हमें विदेश से शॉर्ट-सेलिंग हमले का सामना करना पड़ा। यह कोई सामान्य वित्तीय हमला नहीं था, यह एक दोहरा हमला था, हमारी वित्तीय स्थिरता को निशाना बनाना और हमें राजनीतिक विवाद में घसीटना। निहित स्वार्थों वाले कुछ मीडिया द्वारा इस सब को और बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। लेकिन ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, हमारे सिद्धांतों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता मजबूत रही।"
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने किया है आरोपों का खंडन
अदाणी ग्रीन ने 27 नवंबर को स्पष्टीकरण में कहा कि अदाणी ग्रुप के फाउंडर गौतम अदाणी और उसके दूसरे अधिकारियों के खिलाफ अमेरिका में फॉरेन करप्ट प्रैक्टिस एक्ट (FCPA) के तहत घूसखोरी और भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है। साथ ही इसने जुड़ी सभी रिपोर्टो का खंडन किया।
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने साफ किया कि अमेरिका में FCPA के तहत रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के आरोपों वाली हालिया रिपोर्टें 'गलत' थीं। कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बताया कि गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन पर FCPA के तहत रिश्वतखोरी या विदेशी भ्रष्टाचार से जुड़ा कोई आरोप नहीं है।कंपनी ने कहा कि इसकी जगह इनके खिलाफ 3 मामलों में आरोप लगा है, जो सिक्योरिटीज फ्रॉड की साजिश, वायर फ्रॉड की साजिश और सिक्योरिटीज फ्रॉड से जुड़े हुए हैं।