सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने मंगलवार 19 जुलाई को बताया कि प्रमोद राव (Pramod Rao) उसके साथ एग्जिक्यूटव डायरेक्टर के तौर पर जुड़े है। राव ने बीते 15 जुलाई को ही अपना कार्यभार संभाल लिया था। राव SEBI के डिपार्टमेंट ऑफ डेट एंड हाइब्रिड सिक्योरिटीज (DDHS) और इनक्वायरी एंड एडजुडिकेशन डिपार्टमेंट (EAD) को संभालेंगे।
प्रमोद राव इससे पहले ICICI बैंक के साथ ग्रुप जनरल काउंसिल के तौर पर जुड़े थे। मनीकंट्रोल ने इससे पहले दिन में एक रिपोर्ट में बताया था कि प्रमोद राव को SEBI के साथ एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (ED) के तौर पर जुड़ सकते हैं।
यह सीनियर लेवल पर ICICI बैंक से सेबी में जाने का दूसरा मामला है। इससे पहले ICICI बैंक के साथ लंबे समय तक जुड़ी रहीं माधाबी पुरी पहले सेबी का पूर्णकालिक सदस्य बनकर उसके साथ जुड़ी और फिर फरवरी 2022 में वह सेबी की चेयरपर्सन की बन गई। माधाबी बुच को तीन साल के लिए नियुक्त किया गया है, उन्होंने अजय त्यागी की जगह ली थी।
माधाबी पुरी बुच सेबी की चेयरपर्सन बनने वाली पहली महिला हैं। साथ ही वह 56 साल की उम्र में सेबी की हेड बनने वाली सबसे कम उम्र की चेयरपर्सन भी हैं। SEBI में शामिल होने से पहले, बुच ICICI बैंक में एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर थीं और ICICI सिक्योरिटीज के सीईओ के पद पर भी थीं।
ग्रुप जनरल काउंसल के तौर पर राव ICICI ग्रुप को लीगल कार्यों को लेकर रणनीतिक नजरिया मुहैया कराते थे। उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक, वह ICICI सिक्योरिटीज, ICICI प्रूडेंशियल ट्रस्ट और ICICI ट्रस्टीशिप सर्विसेज के बोर्ड में सदस्य भी थे।
राव ने नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है और वह ICICI बैंक से जुड़ने से पहले सिटी इंडिया के साथ जनरल काउंसल के तौर पर जुड़े थे।