India growth forecast: भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2025-26 में तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मंगलवार को जारी अपने अक्टूबर वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में भारत की विकास दर का अनुमान जुलाई में 6.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया।
IMF ने कहा, 'भारत में 2025 में विकास दर 6.6 प्रतिशत और 2026 में 6.2 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। 2025 के लिए यह ऊपर की ओर रिवाइज है, क्योंकि पहले तिमाही का मजबूत असर अमेरिकी आयात पर टैरिफ बढ़ने से ज्यादा रहा। वहीं, 2026 के लिए थोड़ा कम किया गया है।'
FY26 की पहली तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 7.8 प्रतिशत बढ़ी, जो पिछले एक साल में सबसे तेज थी। दूसरी तिमाही में भी लगभग 7 प्रतिशत की वृद्धि रहने की संभावना है। IMF ने कहा कि ग्रोथ का कारण मजबूत घरेलू मांग, सेवा निर्यात में बढ़ोतरी और वित्त वर्ष की अच्छी शुरुआत है।
IMF से पहले भी कई वैश्विक संस्थाओं ने भारत की ग्रोथ का अनुमान रिवाइज करके बढ़ाया है। वर्ल्ड बैंक ने FY26 के लिए अनुमान 6.3 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत किया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी अपने अनुमान को 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.8 प्रतिशत किया।
मुद्रास्फीति का अनुमान घटा
IMF ने FY26 के लिए भारत की मुद्रास्फीति का अनुमान 4.2 प्रतिशत से घटाकर 2.8 प्रतिशत कर दिया। IMF ने कहा कि भारत, मलेशिया, फिलीपींस और थाईलैंड में मुद्रास्फीति उम्मीद से कम रही। FY27 के लिए अब मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जो पहले के 4.1 प्रतिशत से थोड़ी कम है।
खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में आठ साल के न्यूनतम 1.54 प्रतिशत पर आ गई। यह जुलाई में 2.1 प्रतिशत थी। सितंबर में यह लगातार दूसरे महीने 2 प्रतिशत से नीचे बनी रही, जो कि कीमतों के स्थिर होने का संकेत है।
भारत अभी भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है, और वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं और नीति सख्ती के बावजूद अपने साथियों से आगे है।