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IMF ने भी माना UPI का लोहा, भारत को बताया फास्ट डिजिटल पेमेंट्स का ग्लोबल लीडर

IMF की रिपोर्ट में भारत के UPI सिस्टम को फास्ट डिजिटल पेमेंट्स का वैश्विक लीडर बताया गया है। इससे हर महीने 18 अरब से ज्यादा ट्रांजैक्शन होते हैं। इसे 7 अन्य देशों ने भी अपनाया है। जानिए पूरी डिटेल।

अपडेटेड Jul 20, 2025 पर 6:01 PM
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UPI रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम है, जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बनाया है।

भारत अब फास्ट डिजिटल पेमेंट्स के मामले में दुनिया का अगुआ बन गया है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) की हालिया रिपोर्ट 'Growing Retail Digital Payments: The Value of Interoperability' में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) की जबरदस्त सफलता को इसका श्रेय दिया गया है।

कैसे बना UPI गेम चेंजर

UPI को 2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने लॉन्च किया था। इस प्लेटफॉर्म ने पैसे ट्रांसफर करने का तरीका ही बदल दिया। यह यूजर्स को एक ही मोबाइल ऐप से कई बैंक खातों को लिंक करने और तुरंत, सुरक्षित, और बेहद सस्ते ट्रांजैक्शन करने की सुविधा देता है।


हर महीने 18 अरब से ज्यादा ट्रांजैक्शन

प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) के अनुसार, UPI हर महीने 18 अरब से अधिक ट्रांजैक्शन प्रोसेस करता है। सिर्फ जून 2024 में इसने ₹24.03 लाख करोड़ की वैल्यू के साथ 18.39 अरब ट्रांजैक्शन हैंडल किए। यह जून 2023 की तुलना में 32% अधिक है।

PIB ने कहा, “UPI ने भारत को नकद और कार्ड-बेस्ड भुगतान से हटाकर एक डिजिटल-फर्स्ट इकोनॉमी की ओर अग्रसर किया है। यह आम यूजर्स और छोटे कारोबारियों के लिए फाइनेंशियल इन्क्लूजन का अहम टूल बन गया है।”

भारत के डिजिटल पेमेंट्स में 85% हिस्सेदारी

आज भारत में होने वाले सभी डिजिटल ट्रांजैक्शन में 85% से ज्यादा हिस्सेदारी सिर्फ UPI की है। यह प्लेटफॉर्म 49.1 करोड़ यूजर्स, 6.5 करोड़ कारोबारी और 675 बैंकों को जोड़ता है। वैश्विक स्तर पर भी इसका असर बड़ा है। दुनिया में होने वाले सभी रियल-टाइम डिजिटल पेमेंट्स का लगभग 50% UPI के माध्यम से हो रहा है।

दुनिया के सात देशों में पहुंचा UPI

भारत के बाहर भी UPI का विस्तार हो रहा है। यह अब तक सात देशों में शुरू हो चुका है। इनमें UAE, सिंगापुर, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्रांस और मॉरीशस शामिल हैं। खास बात यह है कि फ्रांस में लॉन्च के साथ UPI ने यूरोप में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। इससे भारतीयों के लिए इंटरनेशनल पेमेंट्स और भी आसान हो गए हैं।

डिजिटल ट्रस्ट की मिसाल

PIB ने कहा, “यह ग्रोथ सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं है, यह भारत की डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भरोसे और कैशलेस इकोनॉमी की दिशा में बढ़ते कदमों को दिखाती है।”

भारत की यह डिजिटल क्रांति अब न केवल देश की अर्थव्यवस्था को बदल रही है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी मिसाल कायम कर रही है। इस सिस्टम को कई देशों द्वारा अपनाना इसकी मिसाल है।

UPI कैसे काम करता है?

UPI रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम है, जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बनाया है। यह सिस्टम आपके बैंक अकाउंट को मोबाइल ऐप्स से जोड़ता है और 24x7 तुरंत ट्रांसफर की सुविधा देता है। इसमें आपको अकाउंट नंबर, IFSC कोड याद रखने की जरूरत नहीं होती। बस एक UPI ID या QR कोड से पैसे भेजे या मंगवाए जा सकते हैं।

जब आप पेमेंट करते हैं, तो UPI आपकी ओर से बैंक से अनुमति लेकर पैसे ट्रांसफर करता है और उसी समय रिसीवर के अकाउंट में डाल देता है, वो भी बिना किसी चार्ज के और पूरी सुरक्षा के साथ।

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