फोसिस ने फाइनेंशियल ईयर 2025-26 की पहली छमाही में 12,000 फ्रेशर्स की भर्ती की है। कंपनी इस पूरे फाइनेंशियल ईयर में 20,000 फ्रेशर्स की भर्ती के टारगेट की तरफ बढ़ रही है। कंपनी के सीएफओ जयेश संघराजका ने सितंबर तिमाही के कंपनी के नतीजे पेश करने के दौरान यह जानकारी दी। इंफोसिस ने 16 अक्टूबर को दूसरी तिमाही के नतीजे पेश किए।
कंपनी ने लगातार पांचवीं तिमाही बढ़ाई एंप्लॉयीज की संख्या
Infosys ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसने लगातार पांचवीं तिमाही अपने एंप्लॉयीज की संख्या बढ़ाई। इस दौरान कंपनी ने कुल 8,203 एंप्लॉयीज की भर्ती की। इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने 8,413 एंप्लॉयीज की भर्ती की थी, जिससे कुल एंप्लॉयीज की संख्या बढ़कर 3,31,991 हो गई। इंफोसिस इंडिया की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है।
एंप्लॉयीज के नौकरी छोड़ने का रेट घटकर 14.3 फीसदी पर आया
सितंबर तिमाही में एट्रिशन रेट घटकर 14.3 फीसदी पर आ गया। संघराजका ने कहा, "साल की शुरुआत में हम 15,000-20,000 फ्रेशर्स की भर्ती के बारे में सोच रहे थे। लेकिन पहली छमाही में हमने 12,000 फ्रेशर्स की भर्ती की है। इस पूरे वित्त वर्ष में हम 20,000 फ्रेशर्स की भर्ती के प्लान की तरफ बढ़ रहे हैं।" एचसीएल टेक ने इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में 7,180 फ्रेशर्स की भर्ती की है।
पहली तिमाही में 17,000 एंप्लॉयीज की भर्ती
इंफोसिस ने जुलाई में कहा था कि वह इस साल हायरिंग बढ़ा रही है। पहली तिमाही में 17,000 एंप्लॉयीजी की भर्ती करने के बाद इस वित्त वर्ष में कुल 20,000 फ्रेशर्स की भर्ती का प्लान है। ग्रोथ को लेकर कंपनी का नजरिया पॉजिटिव है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर कंपनियों के खर्च बढ़ाने और क्लाउड कंप्यूटिंग का हाथ है। हायरिंग के मामले में इंफोसिस की स्थिति टीसीएस से अलग है। टीसीएस ने हाल में एंप्लॉयीज की संख्या 2 फीसदी घटाने का ऐलान किया था।
कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 13.2 फीसदी बढ़ा
सितंबर तिमाही में इंफोसिस का कंसॉलसिडेटेड नेट प्रॉफिट साल दर साल आधार पर 13.2 फीसदी बढ़कर 7,364 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का मार्जिन भी अच्छा रहा। कंपनी कई अच्छी डील हासिल करने में कामयाब रही। इंफोसिस ने 16 अक्टूबर को प्रति शेयर 23 रुपये का अंतरिम डिविडेंड देने का भी एलान किया। यह पिछले साल के मुकाबले 9.5 फीसदी ज्यादा है। कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू साल दर साल आधार पर 8.6 फीसदी बढ़कर 44,490 करोड़ रुपये रहा।
नेट प्रॉफिट और रेवेन्यू अनुमान से ज्यादा
इंफोसिस का ऑपरेटिंग मार्जिन सितंबर तिमाही में 21 फीसदी रहा, जो करीब एक साल पहले के जितना है। कंपनी का नेट प्रॉफिट और रेवेन्यू दोनों ही सीएनबीसी-टीवी18 के पोल के अनुमान के मुकाबले ज्यादा हैं। पोल में कंपनी का प्रॉफिट 7,266.5 करोड़ और रेवेन्यू 44,142 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया था। हालांकि, कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन अनुमान से थोड़ा कम है। पोल में इसके 21.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया था।