LTIMindtree Pay Hike: आईटी सर्विसेज मुहैया कराने वाली दिग्गज कंपनी एलटीआईमाइंडट्री ने फैसला किया है कि इस वित्त वर्ष 2026 में सैलरी हाइक दो चरणों में लागू होगा। कंपनी के 50% यानी आधे एंप्लॉयीज को बढ़ी हुई सैलरी 1 जनवरी से मिलेगी और बाकी बचे हुए आधे एंप्लॉयीज को 1 अप्रैल से बढ़ी हुई सैलरी मिलेगी। ये बातें कंपनी के सीईओ और एमडी वेणु लांबू (Venu Lambu) ने 16 अक्टूबर को कंपनी की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर 2025 के अर्निंग्स कॉन्फ्रेंस कॉल में कही। उन्होंने यह भी कहा कि अब से संभवत: ऐसा ही हो यानी कि सभी एंप्लॉयीज की सैलरीज एक ही तिमाही में बढ़ने की बजाय दो तिमाहियों में हाइक का फैसला लागू हो। एलटीआईमाइंडट्री के सीएमडी का कहना है कि अब यही न्यू नॉर्मल हो सकता है। इसमें आधे एंप्लॉयीज की सैलरी 1 जनवरी से बढ़ेगी और बाकी आधे एंप्लॉयीज की सैलरी 1 अप्रैल से बढ़ेगी।
इंक्रीमेंट साइकिल में बदलाव क्यों?
एलटीआईमाइंडट्री के सीएमडी का कहना है कि सैलरी हाइक का विषय अभी आगे बढ़ रहा है क्योंकि पूरी आईटी इंडस्ट्री और कंपनी एक बड़े बदलाव से गुजर रही है। उन्होंने आगे कहा कि इस बदलाव के उस पार कई नए अवसर हैं और इस सफर में एंप्लॉयीज को एआई से जुड़े प्रोजेक्ट्स के लिए नई स्किल्स सिखाना और अपस्किल करना बहुत जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि एजेंट एआई के इस युग में स्किल्स सबसे अहम बन जाती हैं और इसके लिए कंपनी अपने एंप्लॉयीज को स्किल प्रोग्राम के साथ आगे ले जा रहे हैं। यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और आगे बढ़ेगी। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जब देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी एआई के इस युग में स्किल के ही चलते करीब 2% (यानि 12,000) एंप्लॉयीज की छंटनी का ऐलान किया।
पहली बार नहीं LTIMindtree के हाइक साइकिल में देरी
एलटीआईमाइंडट्री ने पहली बार सैलरी हाइक साइकिल में देरी नहीं की है। पिछले वित्त वर्ष 2025 में भी एलटीआईमाइंडट्री ने एनुअल सैलरी इंक्रीमेंट्स को तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर से लागू किया था। वित्त वर्ष 2024 में भी कंपनी ने इसे अगस्त से लागू करने का फैसला किया था जोकि आमतौर पर अप्रैल से होता है।
कैसी रही एलटीआईमाइंडट्री की सितंबर तिमाही?
एलटीआईमाइंडट्री ने 16 अक्टूबर को इस वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर 2025 क कारोबारी नतीजे जारी किए। सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर कंपनी का कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट 10.3% बढ़कर ₹1,381 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी 10% से अधिक उछलकर ₹10,394.3 करोड़ पर पहुंच गया और यह पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू ₹10 हजार करोड़ के पार पहुंचा है।