Layoff News: सीमेंस एजी में बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी चल रही है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी की योजना करीब 6 वर्कर्स को बाहर करने की है जिसमें से आधे के करीब एंप्लॉयीज की छंटनी तो जर्मनी में हो सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक Siemens ने यह फैसला लिया है क्योंकि यह कमजोर मांग से जूझ रहे अपने फैक्ट्री ऑटोमेशन बिजनेस में कुछ बचत करना चाहती है। कंपनी ने मंगलवार को जो बयान जारी किया, उसके मुताबिक वित्त वर्ष 2027 के आखिरी तक यह डिजिटल इंडस्ट्रीज यूनिट से करीब 5600 की छंटनी करेगी जिसमें से 2600 जर्मनी में होगी तो इलेक्ट्रिक वेईकल चार्जिंग बिजनेस में इस साल 450 के करीब एंप्लॉयीज की छंटनी होगी जिसमें से 250 जर्मनी से होगी।
ऑटोमेशन बिजनेस में 68 हजार एंप्लॉयीज कर रहे काम
सीमेंस के ऑटोमेशन बिजनेस ले करीब 68 हजार एंप्लॉयीज जुड़े हैं। चीन में कमजोर मांग से इसे झटका लगा है और कंपनी ने पिछले साल 2024 में संकेत दे दिया था कि छंटनी को लेकर चर्चा चल रही है। इस साल फरवरी में कंपनी के सीईओ रोलैंड बुश (Roland Busch) ने कहा कि रिकवरी के संकेत दिख रहे हैं। हालांकि अब कंपनी ने एकाएक छंटनी का ऐलान करके संकेत दिया कि सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। चार्जिंग बिजनेस जिसे सीमेंस आगे बढ़ाना चाहती है, उसे भी तगड़े प्राइस कॉम्पटीशन और ग्रोथ की सीमित संभावनाओं के चलते झटका लगा है।
जर्मन इंडस्ट्रीज कॉस्ट सेविंग्स पर कर रही हैं काम
जर्मनी में इस समय उद्योगपति कमजोर मांग और घटती प्रॉफिटेबिलिटी से निपटने के लिए कॉस्ट सेविंग्स के तरीके अपना रहे हैं। फॉक्सवैगन एजी के एजी की योजना 2029 तक जर्मनी में 7500 नौकरियों में कटौती की है। वहीं वीडब्ल्यू ब्रांड की भी योजना अगले पांच साल में जर्मनी में 35 हजार से अधिक एंप्लॉयीज के छंटनी की है। कार सप्लायर्स Robert Bosch GmbH, Schaeffler AG और ZF Friedrichshafen AG भी आने वाले वर्षों में हजारों नौकरियों में कटौती की योजना बना रहे हैं।