इलेक्ट्रॉनिक्स और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री ने 5 नवंबर को 22 अवैध बेटिंग ऐप और वेबसाइट को ब्लॉक करने का आदेश दिया है। इनमें महादेव बुक (Mahadev Book) और रेड्डीयान्नाप्रस्टोप्रो ऐप (Reddyannaprestopro apps) भी शामिल हैं। एंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) के अनुरोध के बाद यह फैसला किया गया है। ED एक मनी-लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप की जांच कर रहा है और उसने 23 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ स्थित ऐप के ठिकानों पर छापेमारी की थी। जांच एजेंसी इस केस के सिलसिले में अपना पहला चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है।
आईटी मिनिस्टर राजीव चंद्रशेखर ने बतााय, 'छत्तीसगढ़ सरकार के पास आईटी एक्ट 69A के कानून के प्रावधानों के मुताबिक, किसी वेबसाइट या ऐप को बंद करने का सुझाव देने का अधिकार है। हालांकि, उन्होंने ऐसा नहीं किया और न ही राज्य सरकार ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है, जबकि इस मामले की जांच पिछले 1.5 साल से चल रही है। '
चंद्रशेखर ने बताया, 'छत्तीसगढ़ सरकार के पास आईटी एक्ट के सेक्शन 69A के तहत वेबसाइट/ऐप को बंद करने का सुझाव देने का अधिकार है। हालांकि, कंपनी के आधिकारिक प्रतिनधि की नौकरी चल रही है। यह जांच 1.5 साल से पूरी तरह मजबूती दिख रही है। उन्होंने कहा ,' दरअसल ED के लिए यह पहला और आखिरी इस अनुरोध जैसा है और इस पर कार्रवाई भी हुई है।'
महादेव बुक के मालिक फिलहाल कस्टडी में हैं और उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया गया है। ED ने अपने कंप्लेन में 14 लोगों का जिक्र किया है, जिनमें महादेव बुक ऐप के सौरभ चंद्रशेखर, रवि उपप्ल, विकास छपरिया, चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल दमानी, सुनील दमानी, विशाल आहूजा, धीरज आहूजा, सृजन एसोसिएट्स आदि शामिल हैं।