एडवर्टाइजिंग मार्केट में सुस्ती के बावजूद नेटवर्क18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट्स का प्रदर्शन अच्छा रहा है। इसमें स्ट्रॉन्ग प्राइसिंग पावर और नेशनल और रीजनल न्यूज नेटवर्क्स में कंपनी की मजबूत हो रही स्थिति का हाथ है। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर राहुल जोशी ने सीएनबीसी-आवाज और सीएनबीसी-टीवी18 को दिए इंटरव्यू में ये बातें बताईं। उन्होंने कहा कि कई कैटेगरीज में लीडरशिप पोजीशन और 14.2 फीसदी के जोरदार ऑडियंस मार्केट शेयर से ग्रुप को प्राइसिंग पावर मिलती है। इस वजह से ग्रुप ने एडवर्टाइजिंग के मुश्किल हालात में भी ग्रोथ दिखाई है।
ऑपरेटिंग रेवेन्यू 7% बढ़कर 477 करोड़ रुपये
Rahul Joshi ने कहा, "लीडरशिप पोजीशन के अपने फायदे हैं। हमें प्राइसिंग पावर के मामले में फायदा मिल रहा है।" Network18 ने 15 अक्टूबर को सितंबर तिमाही के नतीजों का ऐलान किया। कंपनी का स्टैंडएलोन ऑपरेटिंग रेवेन्यू पिछले साल सितंबर तिमाही के मुकाबले 7 फीसदी बढ़कर 477 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, टेलीविजन और ऐड मार्केट में इस दौरान माहौल सुस्त रहा।
इकोनॉमी में रिकवरी के दिख रहे शुरुआती संकेत
जोशी ने कहा कि देश की इकोनॉमी में रिकवरी के शुरुआती संकेत दिख रहे है। हाल में जीएसटी के रेट्स में कमी और लोगों की खर्च योग्य बढ़ती इनकम से आने वाली तिमाहियों में एडवर्टाइजिंग रेवेन्यू में इजाफा देखने को मिलेगा। रेवेन्यू के स्रोतों में डायवर्सिफिकेशन पर नेटवर्क18 का फोकस जारी है। कंपनी का सब्सक्रिप्शन बिजनेस अच्छी रफ्तार से बढ़ रहा है। इसमें मनीकंट्रोल के पेड सब्स्किप्शन का बड़ा हाथ है। मनीकंट्रोल प्रो यूजर्स की संख्या 10 लाख के पार हो गई है।
भविष्य में ग्रोथ के लिए सब्सक्रिप्शन पर फोकस
जोशी ने कहा, "मेरा मानना है कि हमें सब्सिक्रिप्शन को भविष्य में ग्रोथ के रास्ते के रूप में देखना चाहिए। मनीकंट्रोल जैसे मामलों में हमें ट्रांजेक्शंस को भी देखना होगा।" मनीकंट्रोल की इनकम में सब्सक्रिप्शंस और रेवेन्यू के दूसरे अल्टरनेटिव स्रोतों की हिस्सेदारी करीब 30 फीसदी पहुंच गई है। इससे नॉन-ऐड रेवेन्यू पर नेटवर्क18 की बढ़ती निर्भरता के बारे में पता चलता है।
रेवेन्यू के लिए एडवर्टाइजिंग पर घट रही निर्भरता
उन्होंने कहा, "अगर आप सिर्फ मनीकंट्रोल को देखें तो 3-4 साल पहले 100 फीसदी रेवेन्यू मनीकंट्रोल पर एडवर्टाइजिंग से आता था। अब हम 30-70 फीसदी पर आ गए है। 70 फीसदी रेवेन्यू एडवर्टाइजिंग से आ रहा है और 30 फीसदी रेवेन्यू के वैकल्पिक स्रोतों से आ रहा है।" मैनेजमेंट को उम्मीद है कि कंजम्प्शन आउटलुक में इम्प्रूवमेंट से एडर्टाइजिंग में रिकवरी आएगी। उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल्स, एफएमसीजी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसी कैटेगरीज में रिकवरी के संकेत दिख रहे हैं। जीएसटी में कमी से कंज्यूमर्स के हाथ में ज्यादा पैसे बच रहे हैं।
मराठी न्यूज ज्वाइंट वेंचर में अब नेटवर्क18 की 100 फीसदी हिस्सेदारी
नेटवर्क18 ने लोकमत के साथ अपने मराठी न्यूज ज्वाइंट वेंचर में अब पूरी ओनरशिप हासिल कर ली है। इसने आईबीए लोकमत न्यूज से बाकी 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। इसके बाद इस पर नेटवर्क18 की पूरी ओनरशिप हो गई है। जोशी ने महाराष्ट्र को ग्रोथ के लिए एक प्रमुख मार्केट बताया। उन्होंने कहा कि मराठी सेगमेंट सबसे प्रतिस्पर्धी बने होने के साथ ही सबसे ज्यादा फायदे वाले सेगमेंट में से एक है।