सरकार एनएलसी इंडिया को रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश बढ़ाने की इजाजत दे सकती है। एनएलसी इंडिया सरकार की कंपनी (पीएसयू) है। सरकारी सूत्रों ने सीएनबीसी-टीवी18 को यह जानकारी दी है। एनएलसी इंडिया को रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश बढ़ाने के प्रस्ताव को अगर आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीईए) की इजाजत मिल जाती है तो यह कंपनी रिन्यूएबल एनर्जी में बड़ा निवेश कर सकेगी। इसके कंपनी को ज्वाइंट वेंचर में भी ज्यादा निवेश करने और बड़े सोलर और विंड एनर्जी के प्रोजेक्ट्स में दिलचस्पी दिखाने का मौका मिलेगा।
65000 करोड़ के निवेश की मिल चुकी है मंजूरी
NLC India 1 GW रिन्यूएल एनर्जी का उत्पादन लक्ष्य हासिल करने वाली पहली सरकारी कंपनी थी। पिछले हफ्ते कंपनी के सीईओ ने 1.25 लाख करोड़ रुपये के इनवेस्टमेंट प्लान का ऐलान किया था। इसमें से 65,000 करोड़ रुपये का निवेश रिन्यूएबल एनर्जी में होगा। 45,000 करोड़ रुपये का निवेश थर्मल पावर और बाकी 15,000 करोड़ रुपये का निवेश माइनिंग के लिए होगा। 8 जुलाई को एनएलसी इंडिया के बोर्ड ने रिन्यूएबल एनर्जी की सब्सिडियरी कंपनी एनएलसी इंडिया रिन्यूएबल्स में 16,300 करोड़ रुपये के इनवेस्टमेंट के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
कोयला मंत्रालय रिन्यूएल एनर्जी प्रोजेक्ट की मदद को तैयार
कोयला मंत्रालय ने रिन्यूएबल एनर्जी का इस्तेमाल बढ़ाने और इस क्षेत्र में निवेश में तेजी लाने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी (MNRE) के प्रस्तावों को जल्द मंजरी देने और अतिरिक्त सहयोग उपलब्ध कराने में दिलचस्पी दिखाई है। एनएलसी इंडिया पहले से ही कई सोलर प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। इनमें कच्छ के रण स्थिति प्रोजेक्ट भी शामिल है। कंपनी विंड पावर और एनर्जी स्टोरेज में डायवर्सिफिकेशन पर भी फोकस कर रही है। इसमें हाल में एसजीवीएन से हासिल 200 MW का एक विंड पावर प्रोजेक्ट भी शामिल है।
एनएलसी इंडिया ने 2015 में रिन्यूएबल एनर्जी में एंट्री ली थी
अगर सरकार से एनएलसी इंडिया को रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश बढ़ाने की मंजूरी जल्द मिल जाती है तो यह रिन्यूएबल एनर्जी का उत्पादन बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर सकेगी। एनएलसी इंडिया ने 2015 में रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन की दिशा में कदम बढ़ाया था। अज इसके पास क्लीन एनर्जी के 1.4 GW के एसेट्स हैं। इसकी कुल स्थापित क्षमता 6.7 GW की है। 31 मार्च के अंत में इंडिया में रिन्यूएबल एनर्जी की कुल उत्पादन क्षमता 220.10 GW की थी। एक साल पहले यह क्षमता 198.75 GW की थी। सरकार ने 2030 तक रिन्यूएल एनर्जी के लिए 500 GW क्षमता लक्ष्य तय किया है।