रिजर्व बैंक ने 11 मार्च को पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments bank) पर नए कस्टमर्स जोड़ने पर रोक लगा दी है। RBI ने इसके साथ ही Paytm Payments bank की IT ऑडिट कराने का आदेश दिया है। IT ऑडिट के मायने हैं कि कंपनी का IT इंफ्रास्ट्रक्चर यानी सॉफ्टवेयर कितने ग्राहकों का बोझ उठाने में सक्षम है, उसमें क्या गड़बड़ियां आ रही हैं और क्यों आ रही हैं, इन सबकी जांच होगी।
RBI ने कहा है, "Paytm Payments bank को नए कस्टमर्स जोड़ने के लिए RBI की इजाजत लेनी होगी। और RBI IT ऑडिट की रिपोर्ट्स की समीक्षा के बाद ही नए ग्राहकों को जोड़ने की अनुमति दी जाएगी।"
पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments bank) के कामकाज की शुरुआत 23 मई 2017 को हुई थी। 9 मार्च को मनीकंट्रोल ने यह खबर दी थी कि विजय शेखर शर्मा की कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) के लाइसेंस के लिए RBI में आवेदन करने वाला है। इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्र ने बताया था कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments bank) इस साल जून तक आवेदन जमा कर सकती है। हालांकि उससे पहले RBI के इस फैसले से कंपनी को झटका लगा है।
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि Paytm Payments Bank इस साल मई-जून तक स्मॉल फाइनेंस बैंक के लिए आवेदन जमा कर सकती है। Paytm Payments Bank के चेयरमैन विजय शेखर शर्मा की इस कंपनी में 51% हिस्सेदारी है।
हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि RBI ने कंपनी पर यह एक्शन क्यों लिया है। RBI ने अभी तक सिर्फ इतना कहा है कि कुछ खास सुपरवाइजरी चिंताओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
Paytm Payments Bank के पहले कहा था कि दिसंबर में 92.6 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन के साथ वह ये मुकाम हासिल करने वाला देश का पहला बेनिफिशियरी बैंक बन गया है।
अक्टूबर से दिसंबर 2021 के बीच Paytm Payments Bank ने 250.74 करोड़ बेनिफिशियरी ट्रांजैक्शन किया था। 2020 की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 96.49 करोड़ था। साल दर साल आधार पर इसमें 159.85% का इजाफा हुआ है।
Paytm Payments Bank की वेबसाइट के मुताबिक, कंपनी के साथ कुल 10 करोड़ KYC कस्टमर्स जुड़े हैं। हर महीने कंपनी 4 लाख यूजर्स हो रही है। इसके साथ ही कंपनी का दावा है कि वह FASTag जारी करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक अभी तक वह 80 लाख FASTag यूनिट्स जारी कर चुकी है।
पहले RBI ने लगाया था जुर्माना
इससे पहले अक्टूबर 2021 में भी RBI ने कुछ नियमों के उल्लंघन के कारण Paytm Payments Bank पर जुर्माना लगाया था। Paytm Payments Bank के सर्टिफिकेट ऑफ ऑथराइजेशन (CoA) के फाइनल इश्यू को देखने के बाद यह पेनाल्टी लगी थी। फाइनल इश्यू में दी गई जानकारियों को देखने के बाद RBI को ऐसा लगा कि उसमें सही डाटा पेश नहीं किया गया है जिसके बाद उसने पेनाल्टी लगाई।
क्या है Paytm के शेयरों का हाल
Paytm की मालिकाना कंपनी One97 Communications के शेयरों में पिछले कुछ महीनों से लगातार गिरावट आ रही है। कंपनी का शेयर अपने 2,150 रुपये के इश्यू प्राइस से 66 फीसदी नीचे है। शुक्रवार को कंपनी के शेयर 0.55 अंक बढ़कर 776.15 रुपए पर बंद हुए हैं। आज RBI का फैसला मार्केट बंद होने के बाद आया है। ऐसे में सोमवार को Paytm के शेयरों पर प्रेशर नजर आ सकता है।