SEMICON India 2024: 'दुनिया के हर डिवाइस में भारतीय चिप होनी चाहिए': पीएम मोदी ने ग्रेटर नोएडा में 'सेमीकॉन इंडिया' का किया उद्घाटन, जानें बड़ी बातें
SEMICON India 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम भारत में निर्मित चिप्स की संख्या बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की स्थापना के लिए 50% सहायता प्रदान करती है। पीएम ने कहा कि भारत ने पहले ही 1.5 ट्रिलियन रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित किया है
SEMICON India 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो मार्ट में एक प्रदर्शनी का निरीक्षण भी किया
SEMICON India 2024 in Greater Noida: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (11 सितंबर) को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 'सेमीकॉन इंडिया 2024' सम्मेलन का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने इस दौरान 'इंडिया एक्सपो मार्ट' में एक प्रदर्शनी का निरीक्षण भी किया। 11 से 13 सितंबर तक होने वाले तीन दिवसीय इस सम्मेलन में भारत की सेमीकंडक्टर संबंधी रणनीति और नीति का प्रदर्शन किया जाएगा।
'दुनिया के हर डिवाइस में भारतीय चिप होनी चाहिए'
उद्घाटन समारोह के दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया के हर डिवाइस में भारतीय चिप होनी चाहिए। पीएम मोदी ने काह कि भारत दुनिया का 8वां देश है जहां ग्लोबल सेमीकंडक्टर से जुड़ा ये भव्य आयोजन हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैं कह सकता हूं कि यह भारत में रहने का सही समय है। आप सही समय पर सही जगह पर हैं। आज भारत दुनिया को भरोसा देता है।
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि यह सम्मेलन बेहतरी के लिए कई विचारों के आदान-प्रदान में मदद करेगा। मानवता ने अतीत में कई चुनौतियों का सामना किया है। उन्होंने कहा कि हर बार हमने सामूहिक और अभिनव समाधानों के माध्यम से प्रतिकूलताओं पर काबू पाया। सामूहिक और अभिनव कार्यों की इसी भावना के साथ, हम एक स्थायी भविष्य की ओर बढ़ेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव अभी और यहीं महसूस किया जा रहा है! कार्रवाई का समय भी अभी और यहीं है! ऊर्जा परिवर्तन और स्थिरता वैश्विक नीति चर्चा का केंद्र बन गए हैं। पीएम ने कहा कि भारत स्वच्छ बनने के लिए प्रतिबद्ध है। हम ग्रीन एनर्जी पर अपनी पेरिस प्रतिबद्धताओं को पूरा करने वाले G20 देशों में सबसे पहले थे। ये प्रतिबद्धताएं 2030 के लक्ष्य से 9 साल पहले पूरी की गईं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम भारत में निर्मित चिप्स की संख्या बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की स्थापना के लिए 50% सहायता प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि भारत ने पहले ही 1.5 ट्रिलियन रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित किया है
सम्मेलन का क्या है मकसद?
इसमें भारत को सेमीकंडक्टर के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने की परिकल्पना की गई है। इसमें वैश्विक सेमीकंडक्टर दिग्गजों के शीर्ष नेतृत्व की भागीदारी देखने को मिलेगी। सेमीकंडक्टर उद्योग के वैश्विक स्तर के दिग्गजों, कंपनियों और विशेषज्ञों को एक प्लेटफॉर्म प्रदान किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के मुताबिक, इस सम्मेलन में 250 से अधिक प्रदर्शक और 150 वक्ता भाग लेंगे।
PMO के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण भारत को सेमीकंडक्टर डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना रहा है। इस दृष्टि के अनुसार, सेमीकॉन इंडिया 2024 का आयोजन 11 से 13 सितंबर तक "शेपिंग द सेमीकंडक्टर फ्यूचर" थीम के साथ किया जा रहा है।
इस दौरान केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र में सभी हितधारकों की उत्साही भागीदारी हमारे प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की सफलता और जिस व्यवस्थित तरीके से उन्होंने इस नीति को संचालित किया है, उसका एक मजबूत संकेतक है। प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण प्रौद्योगिकी तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाना है। अब तक की गई सभी पहल, चाहे वह डिजिटल इंडिया मिशन हो, टेलीकॉम मिशन हो, हर चीज ने तकनीक को आम नागरिकों के हाथों में पहुंचा दिया है। हमारे देश में सेमीकंडक्टर उद्योग की वृद्धि इस दृष्टिकोण को और गहरा करेगी।"
'भारत में सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में विश्वसनीय भागीदार बनने की क्षमता'
प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले मंगलवार (10 सितंबर) को कहा कि देश में सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में विश्वसनीय भागीदार बनने की क्षमता है। सरकार एक अनुकूल एवं स्थिर नीतिगत व्यवस्था का पालन करेगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोकतंत्र और टेक्नोलॉजी मिलकर मानवता का कल्याण सुनिश्चित कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सरकारी आवास पर सेमीकंडक्टर क्षेत्र के शीर्ष अधिकारियों एवं विशेषज्ञों की एक गोलमेज बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि बैठक में शामिल प्रतिभागियों के विचार न केवल उनके व्यवसाय बल्कि भारत के भविष्य को भी आकार देंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, पीएम मोदी ने आने वाले समय को टेक्नोलॉजी-संचालित बताते हुए कहा कि सेमीकंडक्टर डिजिटल युग का आधार है। पीएम ने कहा कि वह दिन भी दूर नहीं है जब सेमीकंडक्टर उद्योग बुनियादी जरूरतों के लिए भी आधारशिला साबित होगा।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोकतंत्र और टेक्नोलॉजी मिलकर मानवता का कल्याण सुनिश्चित कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सेमीकंडक्टर क्षेत्र में अपनी वैश्विक जिम्मेदारी को पहचानते हुए इस मार्ग पर आगे बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत में विविध सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में एक विश्वसनीय भागीदार बनने की क्षमता है। उन्होंने प्रशिक्षित कार्यबल की उपलब्धता के लिए भारत में प्रतिभाओं की मौजूदगी और कौशल पर सरकार के अत्यधिक ध्यान का भी उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि भारत का ध्यान वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी उत्पादों को विकसित करने पर है। उन्होंने कहा कि भारत उच्च-प्रौद्योगिकी बुनियादी ढांचे में निवेश के लिए एक बड़ा बाजार है और सेमीकंडक्टर क्षेत्र के दिग्गजों का उत्साह सरकार को इस क्षेत्र के लिए अधिक मेहनत करने को प्रेरित करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र के प्रतिनिधियों को आश्वास्त किया कि सरकार एक अनुकूल और स्थिर नीतिगत व्यवस्था का पालन करेगी। उन्होंने कहा कि 'मेक इन इंडिया' और 'मेक फॉर द वर्ल्ड' पर ध्यान केंद्रित करते हुए सरकार हर कदम पर उद्योग को समर्थन देना जारी रखेगी।
इस बैठक में सेमी, माइक्रोन, एनएक्सपी, पीएसएमसी, आईएमईसी, रेनेसस, टीईपीएल, टोक्यो इलेक्ट्रॉन लिमिटेड, टावर, सिनोप्सिस, कैडेंस, रैपिडस, जैकब्स, जेएसआर, इनफिनियन, एडवांटेस्ट, टेराडाइन, एप्लाइड मैटेरियल्स, लैम रिसर्च, मर्क, सीजी पावर और केन्स टेक्नोलॉजी सहित विभिन्न संगठनों के सीईओ, प्रमुख और प्रतिनिधि शामिल हुए।