सऊदी अरब की दिग्गज कंपनी सऊदी अरामको (Saudi Aramco) ने पिछले साल यानी 2023 में 121 अरब अमेरिकी डॉलर का मुनाफा कमाया है। इस दौरान कंपनी का मुनाफा 24.7 फीसदी घट गया। इसकी वजह तेल की कम कीमतों और उत्पादन में गिरावट है। इसके पहले कंपनी को साल 2022 में रिकॉर्ड मुनाफा हुआ था। अरामको ने रियाद के तदावुल स्टॉक मार्केट को यह जानकारी दी है। कंपनी ने 2022 में 161 अरब अमेरिकी डॉलर का मुनाफा दर्ज किया था। यह संभवतः पब्लिकली कारोबार करने वाली किसी कंपनी द्वारा दर्ज किया गया सबसे बड़ा मुनाफा था।
कंपनी ने कहा, "मुनाफे में गिरावट की वजह कच्चे तेल के दाम में कमी और बिक्री में कमी आना है। इसके अलावा रिफाइनिंग मार्जिन में भी कमी आई है। फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण तेल की कीमतें आसमान छूने लगीं और यह उस वर्ष 130 डॉलर प्रति बैरल से अधिक पर पहुंच गईं। कंपनी ने सऊदी स्टॉक मार्केट को फाइलिंग में कहा कि 2023 में नेट इनकम 454.7 अरब सऊदी रियाल ($121.25 अरब) तक पहुंच गई, जबकि 2022 में यह 604.01 अरब सऊदी रियाल ($161.07 अरब) थी।
Saudi Aramco के CEO का बयान
अरामको के CEO अमीन एच नासिर ने एक बयान में कहा, "2023 में हमने अपनी दूसरी सबसे बड़ी नेट इनकम हासिल की। उन्होंने कहा, "हमने अपने शेयरधारकों को 2023 में सालाना 30 फीसदी अधिक विडिडेंड दिया है।" पिछले साल कीमतें गिरकर 85 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई, जिसके चलते अरामको का सालाना आधार पर मुनाफा तीसरी तिमाही में 23 फीसदी, दूसरी तिमाही में 38 फीसदी और पिछले साल की पहली तिमाही में 19.25 फीसदी गिर गया।
रियाद स्थित फर्म जादवा इन्वेस्टमेंट ने अक्टूबर में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा कि इस साल कीमतें करीब 88 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ने की उम्मीद है। इजराइल-हमास युद्ध के कारण इसमें बढ़ोतरी की उम्मीद है। जादवा इन्वेस्टमेंट ने कहा कि 2024 के अंत तक इसकी कीमत 90 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है। एनालिस्ट्स का कहना है कि राज्य को अपने बजट को संतुलित करने के लिए तेल की कीमत लगभग 80 डॉलर प्रति बैरल करने की जरूरत है, हालांकि उत्पादन में कटौती और खर्च में बढ़ोतरी से यह मुश्किल हो सकता है।
सऊदी अरामको मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की चौथी सबसे बड़ी कंपनी है। इस लिस्ट में पहले नंबर पर माइक्रोसॉफ्ट है। वहीं, एपल दूसरे और एनवीडिया तीसरे नंबर पर है। सऊदी अरामको इस लिस्ट में चौथे नंबर पर है। 2023 में सऊदी अरामको प्रॉफिट के मामले में भी एपल से पिछड़ गई। ऐपल का 2023 में कुल प्रॉफिट 121.41 अरब डॉलर रहा जबकि सऊदी अरामको ने पूरे साल 121.3 अरब डॉलर का प्रॉफिट कमाया।