Byju’s पर एक और मुसीबत; US बैंकरप्सी कोर्ट ने स्टार्टअप, रिजू रवींद्रन और कैमशाफ्ट कैपिटल को माना फ्रॉड का जिम्मेदार
अदालत ने कर्जदाताओं को गुमराह करने और ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करने के लिए Think and Learn Pvt Ltd को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही यह भी निर्धारित किया कि विलियम मॉर्टन द्वारा स्थापित हेज फंड 'कैमशाफ्ट कैपिटल' एक बनावटी एंटिटी थी, जिसका इस्तेमाल धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए किया गया था
Byju’s Alpha, एडटेक फर्म Byju’s की अमेरिकी सहायक कंपनी है।
एडटेक स्टार्टटप Byju’s की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड, इसके डायरेक्टर रिजू रवींद्रन और हेज फंड 'कैमशाफ्ट कैपिटल' धोखाधड़ी के लिए जिम्मेदार हैं। यह फैसला अमेरिका की एक बैंकरप्सी अदालत ने सुनाया है। अदालत का कहना है कि थिंक एंड लर्न, रिजू रवींद्रन और कैमशाफ्ट कैपिटल ने एक धोखाधड़ी वाली स्कीम बनाई, जिसके तहत Byju’s Alpha से 53.3 करोड़ डॉलर की राशि डायवर्ट की गई। Byju’s Alpha, एडटेक फर्म Byju’s की अमेरिकी सहायक कंपनी है। यह फैसला स्टार्टअप के लिए एक और झटका है।
डेलावेयर जिले के लिए यूएस बैंकरप्सी कोर्ट के जज जॉन टी डोर्सी ने पाया कि प्रतिवादियों यानि डिफेंडेंट्स ने जानबूझकर Byju’s के ऋणदाताओं को चुकाने के लिए निर्धारित पैसे का गलत इस्तेमाल करने का प्रयास किया।
Byju’s Alpha ने किए धोखाधड़ी वाले मनी ट्रांसफर
अमेरिकी अदालत के फैसले से पुष्टि होती है कि रिजू रवींद्रन के नेतृत्व में Byju’s Alpha ने 1.5 अरब डॉलर का कर्ज हासिल करने के तुरंत बाद लोन की शर्तों का उल्लंघन किया और फिर धोखाधड़ी वाले ट्रांसफर्स की एक सीरीज के जरिए पैसे को मूव कर दिया। अदालत ने यह भी पाया कि रिजू रवींद्रन ने अपने कर्तव्यों का उल्लंघन किया और लेन-देन को छिपाने के लिए सक्रिय रूप से काम किया। आदेश में Byju’s के फाउंडर बायजू रवींद्रन के बयानों का हवाला दिया गया है। उन्होंने कथित तौर पर एक वित्तीय सलाहकार से कहा था कि पैसा ऐसी जगह है, जहां कर्जदाता इसे कभी नहीं ढूंढ सकेंगे।
अदालत ने कर्जदाताओं को गुमराह करने और ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करने के लिए थिंक एंड लर्न को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही यह भी निर्धारित किया कि विलियम मॉर्टन द्वारा स्थापित हेज फंड 'कैमशाफ्ट कैपिटल' एक बनावटी एंटिटी थी, जिसका इस्तेमाल धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए किया गया था।
इस बीच बायजू रवींद्रन ने एक लंबे चौड़े बयान के साथ अपनी लंबी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने अपने संकटग्रस्त स्टार्टअप के कमबैक की योजना की रूपरेखा बताई है। रवींद्रन ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट में लिखा, "मैं Byju’s का बायजू हूं, और मैं अब यहां हूं। मुझे पहले ही यहां आ जाना चाहिए था। लेकिन मैं अपनी कंपनी बनाने में बहुत व्यस्त था। फिर मैं अपनी बनाई गई हर चीज को बचाने में बहुत व्यस्त हो गया। मैं लंबे समय से आपसे सीधे जुड़ना चाहता था। लेकिन मैं न्याय और सच्चाई की जीत का इंतजार कर रहा था। आज, मैं इंतजार नहीं करना चाहता। आज, मैं इंतजार नहीं कर सकता।"
आगे कहा, "आपको बताया गया है कि मेरे परिवार ने हमारे शेयर बेचकर बहुत पैसा कमाया है। लेकिन यह सिर्फ आधी कहानी है। आपको यह नहीं बताया गया है कि वह सारा पैसा हमारी कंपनी में वापस लगा दिया गया है।"
पोस्ट में रवींद्रन ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें और उनके कई कर्मचारियों को ईवाई इंडिया, अमेरिका स्थित लेंडर GLAS ट्रस्ट और फर्म के IRP पंकज श्रीवास्तव के बीच आपराधिक मिलीभगत के सबूत वाला एक डॉक्युमेंट मिला है। उन्हें यकीन है कि इस सबूत की गहन जांच से सच्चाई सामने आ जाएगी। रवींद्रन ने यह भी कहा, 'मुझे इस बात का अफसोस है कि मैं अपने सभी स्टेकहोल्डर्स से किए गए वादों को पूरा नहीं कर पाया। मेरा विश्वास करें, हमने इनसॉल्वेंसी को रोकने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार सब कुछ किया।'