FamApp News: फिनटेक स्टार्टअप फैमऐप के को-फाउंडर कुश तनेजा कंपनी में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच रहे हैं। मनीकंट्रोल को यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। कुश तनेजा ने वर्ष 2019 में संभव जैन के साथ मिलकर कंपनी कंपनी शुरू की थी और अब उन्होंने सेकंडरी ट्रांजैक्शंस के जरिए अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने के लिए बातचीत शुरू कर दी है। उनके शेयर नए और पुराने, कोई भी निवेशक खरीद सकते हैं। दूसरे को-फाउंडर संभव जैन की बात करें तो फिलहाल कंपनी की कमान उन्हीं के पास बनी रहेगी लेकिन यह नहीं स्पष्ट है कि कुश तनेजा की जगह किसी नए सीनियर एग्जीक्यूटिव को रखा जाएगा या नहीं।
दो साल में FamApp में हुआ बड़ा बदलाव
फैमऐप के को-फाउंडर कुश तनेजा ऐसे समय में अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं, जब पैरेंटल कंट्रोल और प्रीपेड कार्ड ऑफर करने वाली फिनटेक कंपनी में पिछले दो साल में बड़े रणनीतिक बदलाव हुए हैं। कंपनी ने अब खुद को मुख्यधारा के पेमेंट्स प्लेटफॉर्म के रूप में दोबारा स्थापित किया है, और इस साल की शुरुआत में Tri O Tech के तहत नई पहचान बनी। हालांकि खास बात ये है कि ये बदलाव पूरी तरह से अपनी मर्जी से नहीं थे। शुरुआती बैंकिंग साझेदारी के ध्वस्त होने के चलते कंपनी को वर्ष 2023 की शुरुआत में अपने बैकेंड इंफ्रा को फिर से बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा।
पहले यह स्टार्टअप कार्ड डारे करने और वालेट इंफ्रा को लेकर IDFC First Bank के साझेदार के तौर पर निर्भर थी लेकिन यह बैंक ने अपनी सर्विसेज बंद कर दी तो एकाएक फैमऐप के हजारों यूजर्स की सर्विसेज ठप पड़ गईं। ऐसे में कंपनी ने अपना काम Tri O Tech में शिफ्ट कर दिया जिसे कंपनी ने पहले ही खरीदा हुआ था और इसके पास प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट (PPI) लाइसेंस था। इससे कंपनी को वालेट सर्विसेज फिर से शुरू करने में मदद मिली लेकिन इसने यूजर्स की उलझन बढ़ा दी और सर्विसेज में रुकावट भी आने लगी और ऑपरेशनल कॉस्ट बढ़ने लगा।
कंपनी ने फिर से यूजर्स की केवाईसी की, नए कार्ड जारी किए और Tri O Tech के लाइसेंस के तहक नया प्लेटफॉर्म लॉन्च किया जो काफी महंगा और समय लेने वाली प्रक्रिया साबित हुई। इससे निवेशकों का भरोसा प्रभावित हुआ। इस दौरान कंपनी में आंतरिक बदलाव भी हुए और छंटनी भी करनी पड़ी जिससे कई अहम प्रोडक्ट और ग्रोथ रोल प्रभावित हुए।
रीस्ट्रक्चरिंग के बाद फैमऐप का कारोबार और आगे बढ़ा। देश के तेजी से बढ़ रहे यूपीआई इकोसिस्टम में इसकी मौजूदगी और बढ़ी। एनपीसीआई के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल महीने में इसका यूपीआई ट्रांजैक्शंस 11.04 करोड़ के पार पहुंच गया और वॉल्यूम के हिसाब से यह देश का आठवां सबसे बड़ा यूपीआई ऐप बन गया।
अब तक $4.2 करोड़ जुटा चुकी है कंपनी
फैमऐप ने पिछली बार वर्ष 2022 में सीरीज ए राउंड में $3.8 करोड़ जुटाया था। यह फंड कंपनी को एलीवेशन कैपिटल, पीक XV पार्टनर्स (उस समय सिकोईया कैपिटल इंडिया) और वाई कॉम्बिनेटर) के साथ-साथ जनरल कैटेलिस्ट, रॉकेटशिप वीसी और ग्रीनओक्स कैपिटल से मिला था। मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्शन (Tracxn) के मुताबिक शुरु से लेकर अब तक यह $4.2 करोड़ जुटा चुकी है।