देश में लोग अपनी आजीविका चलाने के लिए नौकरी करते हैं तो कुछ लोग खुद का बिजनेस भी करते हैं। वहीं बदलते वक्त के साथ कई लोग अपना स्टार्टअप खोलकर भी बिजनेस की शुरुआत कर रहे हैं। भारत में पिछले कुछ सालों में स्टार्टअप्स में काफी तेजी देखने को मिली है। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री ने भी अपनी बात रखी है।
देश में लगातार स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं इसका अंदाजा स्टार्टअप्स से जुड़े आंकड़ों से लगाया जा सकता है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि भारत में स्टार्टअप की संख्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद कई गुना बढ़ी है। उन्होंने बताया कि 10 साल में स्टार्टअप्स की संख्या लगभग 300 गुना बढ़ी है। उन्होंने कहा कि 2014 में देश में लगभग 350 स्टार्टअप थे।
वहीं दुनिया में भी भारत स्टार्टअप्स को लेकर काफी आगे बढ़ रहा है और दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा हब है। उन्होंने कहा कि आज वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम भारत में है और यह सबसे तेजी से बढ़ते यूनिकॉर्न का घर है।
कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा, “स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार इस देश के युवाओं को प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ने यह समझाने का प्रयास किया कि रोजगार केवल सरकारी नौकरी तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने आजीविका के ऐसे नए तरीकों को बढ़ावा दिया है जो सरकारी नौकरी से अधिक आकर्षक हो सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि भारत में 2014 में सिर्फ 350 स्टार्टअप से नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेने के 10 साल में 300 गुना वृद्धि हुई है। सिंह ने कहा सि अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी क्षेत्र के लिए खोले जाने के बाद से लगभग चार वर्षों में अंतरिक्ष स्टार्टअप की संख्या एकल अंक से बढ़कर तिहरे अंक तक पहुंच गई है।