फूड एंड ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी स्विगी ने रैपिडो में अपनी पूरी 12 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी है। उसने अपनी हिस्सेदारी प्रोसस और वेस्टब्रिज कैपिटल को बेची है। रैपिडो में प्रोसस और वेस्टब्रिज कैपिटल का पहले से निवेश है। स्विगी ने अपनी हिस्सेदारी 2,399 करोड़ रुपये में बेची है। कंपनी ने इस बारे में स्टॉक एक्सचेंज को बताया है।
प्रोसस ने स्विगी से 1,968 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। वेस्टब्रिज ने बाकी 431 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। इससे पहले स्विगी ने कहा था कि वह रैपिडो में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच देगी। इसकी वजह यह है कि रैपिडो के फूड डिलीवरी बिजनेस में उतरने के बाद दोनों कंपनियों के हितों में टकराव की स्थिति बन गई थी।
मनीकंट्रोल ने सबसे पहले खबर दी थी कि स्विगी रैपिडो में अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहती है। इस डील से स्विगी को 2,500 करोड़ रुपये हासिल हो सकते है। मनीकंट्रोल ने यह भी सबसे पहले बताया था कि प्रोसस रैपिडो में 20 करोड़ डॉलर का निवेश कर सकता है। इस डील से मिले 2,399 रुपये से स्विगी की बैलेंसशीट को मजबूत मिलेगी। स्विगी को बाजार में बढ़ती प्रतियोगिता का सामना करने में भी इससे मदद मिलेगी।
स्विगी को रैपिडो में अपने निवेश से काफी मुनाफा हुआ है। उसने रैपिडो में 2022 में 950 करोड़ रुयये का निवेश किया था। इस तरह से उसने सिर्फ तीन साल में अपने निवेश पर ढ़ाई गुना मुनाफा कमाया है। अभी स्विगी के पास 5,354 करोड़ रुपये का कैश है। इस डील से मिले फंड से उसका कैश रिजर्व और 2,399 करोड़ रुपये बढ़ जाएगा।