Uber ने ऑटोनॉमस व्हीकल्स पर खेला बड़ा दांव, जानिए क्या है AV और यह इंडिया में कब आएगी

AV ऐसा व्हीकल है, जिसके चलाने के लिए ड्राइवर की जरूरत नहीं पड़ती है। यह बगैर मानवीय हस्तक्षेप के चलता है। एवी सेंसर्स, कैमरों, AI और रडार का इस्तेमाल करता है। टेक्नोलॉजी की मदद से यह अपने आसपास के माहौल को समझता है और रियल टाइम फैसले लेता है

अपडेटेड Mar 27, 2025 पर 3:42 PM
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यूबर ने ऑटोनॉमस व्हीकल कैब की सेवाएं देने के लिए Waymo से समझौता किया है। वेमो गूगल की पेरेंट कंपनी Alphabet की सेल्फ ड्राइविंग कार इकाई है।

उबर ने ऑटोनॉमस व्हीकल्स (एवी) पर बड़ा दांव खेला है। इसके लिए कंपनी ने वेमो से समझौता किया है। हालांकि, अभी उबर की यह सर्विस अमेरिका के सिर्फ कुछ शहरों में उपलब्ध है। दरअसल, उबर मार्केट की बदलती स्थितियों के हिसाब से अपनी बिजनेस स्ट्रेटेजी बदल रही है। वह एवी के साथ ही ऐसो रोबोट्स पर फोकस बढ़ा रही है, जो ग्राहकों को फूड तक की डिलीवरी कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऑटोनॉमस व्हीकल्स क्या है और यह इंडिया में कब तक आ सकता है।

ऑटोनॉमस व्हीकल (AV) का मतलब क्या है?

ऑटोनॉमस व्हीकल (AV) को सेल्फ-ड्राइविंग और ड्राइवरलेस कार भी कहते हैं। इस महीने की शुरुआत में Uber ने ऐलान किया था कि यूजर्स अब Waymo Cab उसके (उबर) प्लेटफॉर्म से बुक कर सकते हैं। अभी उबर की यह सर्विस सिर्फ ऑस्टिन और टेक्सस में उपलब्ध है। लेकिन, कंपनी जल्द अमेरिका के दूसरे शहरों में भी अपनी इस सर्विस को उपलब्ध कराने जा रही है। इनमें अटलांटा, जॉर्जिया, फीनिक्स और एरिजोना शामिल हैं।


AV कैसे ऑपरेट करता है?

AV ऐसा व्हीकल है, जिसके चलाने के लिए ड्राइवर की जरूरत नहीं पड़ती है। यह बगैर मानवीय हस्तक्षेप के चलता है। एवी सेंसर्स, कैमरों, AI और रडार का इस्तेमाल करता है। टेक्नोलॉजी की मदद से यह अपने आसपास के माहौल को समझता है और रियल टाइम फैसले लेता है। एवी को मानवीय सहायता की बहुत कम या ना के बराबर जरूरत पड़ती है। यह एडवान्स सॉफ्टवेयर पर काम करता है। यह सड़क की स्थिति और ट्रैफिक के हिसाब से खुद फैसला लेता है।

एवी के लिए अमेरिका में कितना बड़ा मार्केट है?

यूबर ने ऑटोनॉमस व्हीकल कैब की सेवाएं देने के लिए Waymo से समझौता किया है। वेमो गूगल की पेरेंट कंपनी Alphabet की सेल्फ ड्राइविंग कार इकाई है। अमेरिका के कुछ खास शहरों में यह सिर्फ यूबर के प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। उबर अपनी बिजनेस स्ट्रेटेजी के तहत एक साथ ट्रेडिशनलस और ऑटोनॉमस व्हीकल्स का इस्तेमाल करना चाहती है। लेकिन, कंपनी का ज्यादा फोकस एवी पर है। इस बारे में उबर के चीफ डारा खोसरोवशाही (Dara Khosrowshahi) ने एनालिस्ट्स को बताया था कि एवी के लिए सिर्फ अमेरिका में 1 लाख करोड़ (ट्रिलियन) डॉलर का मौका है।

क्या एवी का इस्तेमाल ट्रेडिशनल कार के मुकाबले किफायती है?

एवी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसका इस्तेमाल काफी किफायती है। जहां ट्रेडिशनल ड्राइवर वाले कैब के इस्तेमाल की कॉस्ट प्रति मील 2 डॉलर आती है, वही AV की कॉस्ट 1 डॉलर से भी कम आती है। लेकिन, एवी के इस्तेमाल से पहले इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा इनवेस्टमेंट जरूरी है। अभी वेमो के साथ उबर की पार्टनरशिप अमेरिका के सिर्फ कुछ शहरों के लिए है। अमरिका के ज्यादातर शहरों में वेमो अपने खुद के ऐप से ग्राहकों को एवी की सर्विस देती है।

इंडिया में एवी कैब सर्विस कब शुरू करेगी उबर?

उबर ने अभी एवी के इस्तेमाल के लिए सिर्फ वेमो से हाथ मिलाया है। लेकिन, उसका प्लान इंडिया सहित दुनिया के दूसरे देशों में भी यह सर्विस ऑफर करने का है। हालांकि, अभी कंपनी ने यह नहीं बताया है कि वह इंडिया में कब तक अपनी यह सेवा शुरू करेगी। दूसरे देशों में एवी कैब की सर्विस ऑफर करने के लिए उबर ने WeRide, Waabi, Motional, Aurora, Nuro सहित 10 एवी कंपनियों से हाथ मिलाया है।

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क्या उबर फूड की डिलीवरी रोबोट से कर रही है?

Uber ने ऑस्टिन की कंपनी Avride से भी हाथ मिलाया है। इसके तहत वह ऑटोनॉमस रोबोट का इस्तेमाल ग्राहकों को फूड की डिलीवरी के लिए करेगी। रेस्टॉरेंट के एंप्लॉयी को फूड का पैकेट एक बॉक्स जैसे केबिन में रखना होगा। फिर बटन दबाते ही केबिन का कवर गिर जाएगा। उसके बाद रोबोट ग्राहक के एड्रेस पर फूड की डिलीवरी के लिए निकल जाएगा। फूड का पैकेट कलेक्ट करने के लिए ग्राहक को पिन नंबर का इस्तेमाल करना होगा।

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First Published: Mar 27, 2025 3:27 PM

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