अहमदाबाद में एक अनोखा मामला सामने आया है, जिसने ट्रैफिक सिस्टम की खामियों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। वस्त्राल इलाके के रहने वाले लॉ स्टूडेंट अनिल हाडिया को हेलमेट न पहनने पर ₹500 के चालान का नोटिस मिला था, लेकिन जब उन्होंने कोर्ट पोर्टल पर इसे चेक किया तो रकम ₹10,00,500 थी। ये गलती सिस्टम में डेटा एंट्री के दौरान हुई, जहां हेलमेट न पहनने के जुर्म को भारी वाहन का वजन सीमा से अधिक मान लिया गया। अनिल को यह जानकर झटका लगा और उन्होंने पुलिस व कोर्ट से मदद मांगी।
इस मामले ने सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी, जहां लोग इसे "सिस्टम की बड़ी गड़बड़ी" बता रहे हैं। अब पुलिस इस गलती को सुधारने में जुटी है, लेकिन यह घटना प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
हेलमेट न पहनने पर ₹10 लाख का जुर्माना?
वस्त्राल इलाके के रहने वाले अनिल हाडिया, जो कानून के छात्र हैं, को अप्रैल 2024 में शांतीपुरा सर्कल पर ट्रैफिक पुलिस ने हेलमेट न पहनने के कारण रोका। पुलिस ने उनका चालान काटा और ऑनलाइन भरने के लिए कहा। शुरुआत में उन्होंने इसे याद रखा, लेकिन कुछ समय बाद भूल गए। महीनों बाद, जब वे आरटीओ गए, तो उन्हें पता चला कि उनके नाम पर चार चालान हैं। इनमें से तीन सामान्य थे, लेकिन चौथा चालान ₹10,00,500 का था, जिसने उनके होश उड़ा दिए।
सिस्टम की गड़बड़ी ने बढ़ाई परेशानी
जब अनिल ने चालान की जांच की, तो पता चला कि ये गलती कोर्ट के पोर्टल पर हुई थी। हेलमेट न पहनने का मामला दर्ज करने के बजाय, ये "वाहन का वजन सीमा से अधिक" उल्लंघन में बदल गया। यानी, सिस्टम ने मान लिया कि उन्होंने क्षमता से ज्यादा वजन ढोया है, जबकि असल में उनका अपराध सिर्फ हेलमेट न पहनना था।
ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त आयुक्त एन. एन. चौधरी ने इस गलती को स्वीकार किया और कहा कि ये डेटा एंट्री के दौरान हुई होगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कोर्ट को सूचित कर इसे जल्द ठीक किया जाएगा। हालांकि, अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गलती कहां हुई।
चालान की भारी भरकम राशि देखकर अनिल सदमे में आ गए। उन्होंने तुरंत मेट्रोपॉलिटन कोर्ट और पुलिस कमिश्नर ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई। उनके साथ सामाजिक कार्यकर्ता हर्षद पटेल भी मौजूद थे। पुलिस कमिश्नर ऑफिस ने अनिल को ईमेल भेजकर गलती सुधारने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा।
इस घटना ने सोशल मीडिया पर आग लगा दी। लोग ट्रैफिक सिस्टम की खामियों पर सवाल उठा रहे हैं और अनिल के समर्थन में पोस्ट कर रहे हैं। कई लोगों ने इसे "सिस्टम फेलियर" बताया और प्रशासन से इस तरह की गलतियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की।
ये मामला दिखाता है कि ट्रैफिक नियमों का पालन करना और चालान समय पर भरना कितना जरूरी है। हेलमेट पहनना न सिर्फ कानून का पालन करना है, बल्कि आपकी सुरक्षा के लिए भी बेहद आवश्यक है। साथ ही, ये घटना सिस्टम में सुधार की जरूरत को भी उजागर करती है, ताकि भविष्य में इस तरह की गलतियां दोबारा न हों।