अनअकैडमी के को-फाउंडर्स गौरव मुंजाल और रोमन सैनी ऑपरेशनल रोल से खुद को अलग करने का प्लान बना रहे हैं। 2-3 महीनों में ऐसा हो सकता है। कई सूत्रों ने मनीकंट्रोल को यह बताया। दोनों कंपनी के लैंग्वेज लर्गिंग ऐप एयरलर्न (Airlearn) को कंपनी से अलग करने का प्लान बना रहे हैं। इस बारे में बातचीत अंतिम दौर में है। एयरलर्न को अलग कंपनी बनाया जा सकता है। इस बीच, ग्राफी के फाउंडर सुमित जैन को ऑफलाइन बिजनेस की जिम्मेदारी मिल सकती है।
पिछले साल ही मुंजाल अपने रोल को छोड़ना चाहते थे
पिछले साल अनअकैडमी (Unacademy) के को-फाउंडर हेमेश सिंह के एग्जिट (कंपनी से अलग होने) के बाद जैन को कंपनी में पार्नटर बनाया गया था। अनअकैडमी के ऑनलाइन बिजनेस को चलाने के लिए नई लीडरशिप को अंतिम रूप देने का काम चल रहा है। मुंजाल पिछले साल ही अनअकैडमी में अपने रोल को छोड़ना चाहते थे।
अनअकैडमी ने सक्सेशन प्लान तैयार किया
बताया जाता है कि इस साल मार्च में उन्होंने बोर्ड को इस बारे में बताया था। इस मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया, "बोर्ड ने उनसे पहले कंपनी के कामकाज पर होने वाले खर्च को घटाने को कहा था। इसलिए वह अब तक कंपनी के साथ बने हुए थे।" अब कंपनी ने सक्सेशन प्लान तैयार कर लिया है। इसके तहत सुमित जैन (को-फाउंडर) ऑफलाइन बिजनेस की जिम्मेदारी संभालेंगे। इस बीच, नई लीडरशिप को कंपनी के ऑनलाइन ऑपरेशन की जिम्मेदारी दी जा रही है।
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एयरलर्न का स्ट्रक्चर फाइनल होने पर मुंजाल और सैनी अलग हो सकेत हैं
हेमेश सिंह के अनअकैडमी छोड़ने के बाद जैन कंपनी में पार्टनर बने थे। सिंह कंपनी में सीटीओ थे। इसके बाद वह एडवायजरी रोल में आ गए। वह कंपनी में अप्रैल 2020 में आए थे। बताया जाता है कि Airlearn का स्ट्रक्चर फाइनल हो जाने के बाद मुंजाल और सैनी अनअकैडमी से अलग हो सकते हैं। मुंजाल ने कंपनी के बोर्ड को एक स्ट्रक्चर का प्रस्ताव दिया है। इसमें उन्हें एयरलर्न का स्वतंत्र रूप से लीड करने की इजाजत मिल मिल सकती है। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि इस बारे में 90 फीसदी सहमति बन चुकी है। सिर्फ अंतिम चरण की बातचीत बाकी है।