जोहो (Zoho) के को-फाउंडर और सीईओ श्रीधर वेम्बू (Sridhar Vembu) ने मंगलवार को 'एलीट भारतीयों' पर उनकी अंग्रेजी भाषा की सनक को लेकर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि उनकी कंपनी में काम के लिए कर्मचारियों को फर्राटेदार अंग्रेजी आना जरूरी नहीं है। वेम्बू ने सोशल मीडिया पर लिखे एक पोस्ट में कहा, "एलीट इंडिया यह मानकर चलता है कि जो लोग अंग्रेजी लिख/बोल/पढ़ नहीं पाते, (जिनकी आबादी कम से कम 95% है) वे बेवकूफ होते हैं।" उन्होंने कहा, "हम तभी तरक्की कर सकते हैं, जब अंग्रेजी के इस सनक से हमारा पीछा छूट जाएगा। जोहो में, हमें अधिकतर नौकरियों के लिए फर्रादेदार अंग्रेजी की जरूरत नहीं होती है।"
श्रीधर वेम्बू ने यह पोस्ट असम के मुख्यमंत्री हिमांता बिस्वा सरमा के एक ट्वीट को कोट करते हुए और उनके समर्थन में लिखा था। दरअसल हिमांता सरमा का एक वीडियो सोशल मीडियम पर वायरल है, जिसमें वह एक पेज पर लिखी लाइनों को कॉपी करते हुए विजिटर बुक को भरते हुए देखे जा रहे हैं।
इस वीडियो के सहारे हिमांता सरमा को ट्रोल किया जा रहा था और उन्हें 'कॉपी-पेस्ट सीएम' भी बताया गया। हिमांता ने इस वीडियो पर जवाब देते कहा, "मैंने एक आसामी भाषा के स्कूल से पढ़ाई की है और मैं हिंदी व अंग्रेजी सीखने की पूरी कोशिश कर रहा हूं। मैं यहां जरूर बताना चाहूंगा मुझे अंग्रेजी और हिंदी बहुत अच्छी तरह से नहीं आती, और मुझे इसे स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है।"
जोहो (Zoho) के को-फाउंडर ने हिमांता बिस्वा सरमा के इसी ट्वीट को कोट करते हुए ऊपर कही बातें कहीं। श्रीधर वेम्बू के पोस्ट को आप नीचे देख सकते हैं-