Credit Cards

Zomato ने अपने टॉप मैनेजमेंट में की तीन नई नियुक्तियां, निभाएंगे ये बड़ी जिम्मेदारी

कंपनी के बिल्डिंग बिजनेस हेड और हाइपरप्योर के चीफ राकेश रंजन को फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी बिजनेस का चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर बनाया गया है। वहीं प्रोडक्ट के वाइस प्रेसिडेंट रिंशुल चंद्रा को फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी बिजनेस का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर नियुक्त किया गया है। वहीं ऋषि अरोड़ा को हाइपरप्योर का सीईओ बनाया गया है जो कि रेस्तरां में किराने का सामान पहुंचाने के लिए एक बी2बी बिजनेस है

अपडेटेड May 19, 2023 पर 11:16 PM
Story continues below Advertisement
जोमैटो (Zomato) ने शुक्रवार को तीन टॉप लेवल के अधिकारियों के नियुक्ति का ऐलान किया है

ऑनलाइन फूड डिलिवरी करने वाली कंपनी जोमैटो (Zomato) ने शुक्रवार को तीन टॉप लेवल के अधिकारियों के नियुक्ति का ऐलान किया है। कंपनी के बिल्डिंग बिजनेस हेड और हाइपरप्योर के चीफ राकेश रंजन को फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी बिजनेस का चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर बनाया गया है। वहीं प्रोडक्ट के वाइस प्रेसिडेंट रिंशुल चंद्रा को फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी बिजनेस का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर नियुक्त किया गया है। वहीं ऋषि अरोड़ा को हाइपरप्योर का सीईओ बनाया गया है जो कि रेस्तरां में किराने का सामान पहुंचाने के लिए एक बी2बी बिजनेस है।

ब्लिंकिट के को फाउंडर भी रह चुके हैं ऋषि अरोड़ा

लंबे वक्त तक ब्लिंकिट में एग्जीक्यूटिव का रोल निभा चुके ऋषि अरोड़ा को पिछले साल जुलाई में ब्लिकिंट के को-फाउंडर के तौर पर प्रमोट किया गया था। कपंनी ने अपनी फाइलिंग में बताया कि राकेश, रिंशुल और ऋषि, जोमैटो और ब्लिंकट के साथ अलग अलग रोल में 5 साल से ज्यादा का वक्त बिता चुके हैं। कंपनी ने कहा कि हम मानते हैं कि सक्षम लोगों के नेतृत्व में समय-समय पर बदलाव बिजनेस में नई एनर्जी और तेजी लेकर आता है। इस तरह का नेतृत्व बदलाव लोगों और बिजनेस के लिए भी अच्छा होता है।

Delhivery Q4 Results: मार्च तिमाही में घाटा बढ़कर ₹159 करोड़ पर पहुंचा, रेवेन्यू 10% गिरावट


सीमित हुआ है जोमैटो का घाटा

मार्च 2023 को समाप्त होने वाली तिमाही में जौमेटो का नेट लॉस इसके नेट रेवेन्यू में 70 फीसदी की बढ़ोतरी की वजह से 188.2 करोड़ पर सीमित हो गया था। इसके अलावा कंपनी ने यह भी ऐलान किया है कि ब्लिंकिट को छोड़कर उसका बिजनेस और क्विक कॉमर्स वर्टिकल का एबिटा यानी कि इंटरेस्ट, टैक्स, घाटा, और एमॉर्टाइजेशन पॉजिटिव हो गया है।

इस वजह से बढ़ा है कंपनी का प्रॉफिट

कंपनी का प्राफिट बढ़ने की बड़ी वजह इसका फूड डिलिवरी बिजनेस रहा है। इस एरिया में कंपनी को 78 करोड़ रुपये का एडजेस्टेड एबिटा मिला था। कंपनी ने कहा है कि एबिटा और नेट प्रॉफिट के बीच का अंतर वक्त के साथ काफी कम हो गया है। फूड डिलिवरी से जोमैटो का कुल रेवेन्यू 1530 करोड़ रुपये का था। जो कि तिमाही के रेवेन्यू 1565 करोड़ रुपये से कम रहा था। इसकी बड़ी वजह फूड डिलिवरी स्पेस में मंदी थी। इस वजह से मार्च क्वार्टर में कंपनी की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू घटकर 6559 करोड़ रुपये रह गई थी, जो कि दसंबर में 6680 करोड़ रुपये की थी।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।